अमेरिका के इन पूर्व राष्ट्रपति का 100 साल की उम्र में निधन

39वें अमेरिकी राष्ट्रपति मेलेनोमा त्वचा कैंसर से जूझ रहे थे

अमेरिका के इन पूर्व राष्ट्रपति का 100 साल की उम्र में निधन

Photo: PixaBay

वॉशिंगटन डीसी/दक्षिण भारत। पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति और नोबेल पुरस्कार विजेता जिमी कार्टर का जॉर्जिया के प्लेन्स स्थित उनके घर में 100 वर्ष की उम्र में निधन हो गया।

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मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, साल 2023 में, खुलासा हुआ था कि 39वें अमेरिकी राष्ट्रपति मेलेनोमा त्वचा कैंसर से जूझ रहे थे। उन्होंने अपने अंतिम वर्ष घर पर ही देखभाल के तहत बिताए थे। वे अमेरिकी इतिहास में सबसे लंबे समय तक जीवित रहने वाले राष्ट्रपति थे।

उनके बेटे जेम्स ई कार्टर तृतीय ने एक बयान में कहा, 'मेरे पिता न केवल मेरे लिए, बल्कि उन सभी के लिए नायक थे, जो शांति, मानवाधिकार और निःस्वार्थ प्रेम में विश्वास करते हैं।'

उन्होंने कहा, 'मेरे भाई, बहन और मैंने इन साझा मान्यताओं के ज़रिए उन्हें बाकी दुनिया के साथ साझा किया। जिस तरह से उन्होंने लोगों को एक साथ लाया, उसकी वजह से पूरी दुनिया हमारा परिवार है, और हम इन साझा मान्यताओं को जारी रखते हुए उनकी याद को सम्मान देने के लिए आपका शुक्रिया अदा करते हैं।'

बता दें कि 1 अक्टूबर, 1924 को प्लेन्स में जन्मे कार्टर ने नौसेना अकादमी से स्नातक की उपाधि ली थी। उन्होंने पनडुब्बी पर इंजीनियर के तौर पर काम किया था। वे साल 1971 में जॉर्जिया के गवर्नर चुने गए और 1977 से 1981 तक राष्ट्रपति रहे थे।

अपने कार्यकाल के दौरान, कार्टर ने प्रारंभ में सोवियत संघ के साथ तनाव कम करने की नीति जारी रखने का प्रयास किया, जिसका उद्देश्य शीत युद्ध के भू-राजनीतिक तनाव को कम करना था।

उन्होंने और सोवियत नेता लियोनिद ब्रेझनेव ने जून 1979 में सामरिक शस्त्र सीमा वार्ता 2 समझौते पर हस्ताक्षर किए थे, जिसका उद्देश्य दो महाशक्तियों के बीच हथियारों की दौड़ को कम करना था। हालांकि उस संधि को अमेरिकी सीनेट में बाधाओं का सामना करना पड़ा और कभी अनुमोदन नहीं हो सका, जिसका मुख्य कारण साल 1979 के अंत में अफगानिस्तान पर सोवियत आक्रमण के बाद बढ़ता तनाव था।

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