एसआईटी का दावा: इस वजह से बीच बाजार भड़का पुलिसकर्मी और जज की पत्नी, बेटे पर चलाईं गोलियां
एसआईटी का दावा: इस वजह से बीच बाजार भड़का पुलिसकर्मी और जज की पत्नी, बेटे पर चलाईं गोलियां
गुरुग्राम। हैड कांस्टेबल महिपाल द्वारा जज कृष्णकांत शर्मा की पत्नी और बेटे को गोली मारने के मामले में बुधवार को एसआईटी ने कई खुलासे किए। एसआईटी ने कहा है कि इस कांड का धर्म परिवर्तन से कोई संबंध नहीं है। महिपाल के बारे में यह भी कहा गया है कि पूछताछ के दौरान उसने जज के परिवार की तारीफ भी की। इसके बाद गुरुग्राम में दिनदहाड़े हुए इस मामले को लेकर एक बार फिर चर्चाएं तेज हो गई हैं।
अब तक इस गोलीकांड को महिपाल के धर्म परिवर्तन, मानसिक बीमारी और छुट्टी न मिलने जैसी बातों से जोड़कर देखा जा रहा था। एसआईटी ने कहा है कि महिपाल जज के किसी भी परिजन से पूर्व में नाराज नहीं था और न ही उसने पहले हत्या की योजना बनाई। बता दें कि फेसबुक पर एक तस्वीर शेयर की जा रही है, जिसके आधार पर ऐसे कयास लगाए जा रहे थे कि महिपाल ने पहले ही हत्याकांड की योजना बना ली थी।इस संबंध में डीसीपी क्राइम गुरुग्राम ने बताया कि 13 अक्टूबर को हुई घटना गुस्से का परिणाम थी। महिपाल के मन में पहले से कोई षड्यंत्र नहीं था। उस दिन अचानक कुछ ऐसा हुआ कि महिपाल को गुस्सा आ गया और उसने मां-बेटे पर गोलियां चला दीं।
पुलिस ने बताया है कि 13 अक्टूबर को जज की पत्नी रितु और बेटा ध्रुव खरीदारी करने गुरुग्राम के सेक्टर-49 स्थित बाजार गए थे। महिपाल भी उनके साथ गया था। वे उसे कार के पास छोड़कर गए थे। खरीदारी के बाद जब वे वापस लौटे तो महिपाल वहां नहीं था। वह आसपास कहीं चला गया था। जब वह आया तो रितु और ध्रुव ने उसे काफी डांटा।
लोगों के सामने डांट सुनकर महिपाल को गुस्सा आ गया। बताया गया है कि ध्रुव ने महिपाल को थप्पड़ मार दिया था। इसके बाद महिपाल ने पिस्टल निकाली और दोनों पर गोलियां चलाईं। फिर उसने दोनों को गाड़ी में डालने की कोशिश की, लेकिन ऐसा करने में सफल नहीं हुआ तो उन्हें वहीं छोड़ खुद गाड़ी लेकर फरार हो गया। स्थानीय लोगों ने रितु और ध्रुव को अस्पताल पहुंचाया था। सूचना के आधार पर महिपाल की तलाश शुरू की गई और वह गुड़गांव-फरीदाबाद रोड से गिरफ्तार किया गया। उसने जज को खुद ही फोन कर घटना की जानकारी दी थी।
बता दें कि इलाज के दौरान रितु की मौत हो गई। वहीं ध्रुव को डॉक्टरों ने ब्रेन डेड घोषित कर दिया। यह मामला देशभर में चर्चा में आ गया, जिसके बाद यह सवाल उठाया जा रहा था कि सुरक्षाकर्मी ने गोलियां क्यों चलाईं। इस संबंध में कई कयास लगाए जा रहे थे। अब एसआईटी के खुलासों के बाद नई बहस शुरू हो गई है।
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