लोगों की मांगों को मानते हुए सरकार ने घटाया बस किराया
लोगों की मांगों को मानते हुए सरकार ने घटाया बस किराया
चेन्नई। राज्य सरकार ने राज्य के लोगों की मांग मानते हुए रविवार को गत २० जनवरी को सरकारी और निजी बसों के किराए में की गई बढोत्तरी को कम करने की घोषणा की। एक आधिकारिक विज्ञप्ति जारी कर सरकार की ओर से इस बात की जानकारी दी गई। नई घोषणा के अनुसार अब सरकारी बसों मंें यात्रा करने के लिए न्यूनतम टिकट की कीमत ५ रुपए के बदले चार रुपए होगी। इसके साथ ही सभी श्रेणी की टिकटों में एक रुपए की कटौती करने की घोषणा की गई है।सरकार ने कहा है कि राज्य के सामान्य नागरिकों की ओर से सौंपे गए प्रतिवेदनों पर विचार करते हुए और राज्य में प्रभावी ढंग से परिवहन सुविधा सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने राज्य परिवहन निगमों की वित्तीय स्थिति को देखते हुए किराया वृद्धि का पुनिरीक्षण किया है। यह नया किराया सोमवार से प्रभावी होगा। सरकार ने कहा है कि सामान्य बसों के किराए में प्रति किलोमीटर ५८ पैसे से ६० पैसे और एक्सप्रेस बसों में प्रति किलोमीटर ७५ पैसे से लेकर ८० पैसे तक की कटौती कर दी गई है।सरकार की ओर से जारी आधिकारिक विज्ञप्ति के अनुसार डिलक्स बसों के किराए में प्रति किलोमीटर ८५ पैसे ९० पैसे प्रति किलोमीटर की कटौती की गई है। इसी प्रकार से अल्ट्रा मॉडर्न बसों के किराए में प्रति किलोमीटर १ रुपए से १.१० रुपए की कटौती करने का निर्णय लिया है। राज्य सरकार ने कहा है कि सरकार को इस बात की उम्मीद है कि बस किराए में की गई इस कटौती से आम लोग लाभान्वित होंगे।सरकार की ओर से कहा गया है कि हाल ही में राज्य परिवहन निगमों के नुकसान में होने तथा परिवहन निगम के कर्मचारियों के वेतन और पेंशन मद तथा बसों के रखरखाव में आने वाले खर्च में वृद्धि होने के कारण सरकार ने बस किराए में वृद्धि की थी लेकिन राज्य के लोगों द्वारा इसे कम करने की मांग की जा रही थी जिसे ध्यान में रखते हुए सरकार ने नए किराए की घोषणा की है। किराए में की गई इस कटौती से राज्यकोष को प्रतिदिन २ करो़ड रुपए का नुकसान होगा। सरकार की ओर से बस किराए में कटौती करने की घोषणा कर दी गई है लेकिन इसके बावजूद आम लोगों में इस कटौती को लेकर प्रसन्नता नहीं है। यात्रियों का कहना है कि सरकार द्वारा बस किराए में की गई बढोत्तरी की तुलना में की गई यह कटौती काफी कम है और इससे नियमित तौर पर यात्रा करने वाले यात्रियों का बोझ कम नहीं होगा। नियमित तौर पर यात्रा करने वाले यात्रियों का कहना है कि सरकार ने यह कटौती करके सिर्फ खानापूर्ति करने का कार्य किया है।ज्ञातव्य है कि राज्य सरकार द्वारा बस किराए में की गई बढोत्तरी के बाद से लगातार राज्य के विभिन्न हिस्सों में विरोध प्रदर्शन किया जा रहा था। राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के साथ ही अन्य पार्टियों ने भी सरकार से बस किराए में की गई बढोत्तरी को वापस लेने की मांग की थी। इस कटौती के बाद भी कई विपक्षी पार्टियों ने कहा है कि सरकार को बस किराए को कुछ और कम करना चाहिए। विदरुतलै चिरुतैगल कच्चि के अध्यक्ष थोल थिरुमावलावन ने कहा है कि सरकार यदि किराए में कुछ और कटौती कर सकती है तो इसे उस पर विचार करना चाहिए।