अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित होंगे दपरे के 4 कर्मचारी
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा सम्मानित किया जाएगा
इन कर्मचारियों को किया जाएगा सम्मानित
हुब्बली/दक्षिण भारत। भारतीय रेलवे ने 101 कर्मचारियों और अधिकारियों को अति विशिष्ट रेल सेवा पुरस्कार से सम्मानित करने का फैसला लिया है। इन्हें 21 दिसंबर को नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में एक समारोह में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव द्वारा सम्मानित किया जाएगा।
दक्षिण पश्चिम रेलवे (दपरे) से चार रेलकर्मियों को नवाचार, रेलवे राजस्व में वृद्धि, उत्पादकता में सुधार, आयात पर निर्भरता कम करने, स्वदेशी प्रौद्योगिकी के उपयोग को बढ़ावा देने तथा जीवन और संपत्ति की सुरक्षा में उत्कृष्ट प्रयासों के लिए पुरस्कार के लिए चुना गया है।दपरे ने बताया कि हेड कांस्टेबल शिवानंद टी ने दावणगेरे स्टेशन पर प्लेटफार्म ड्यूटी के दौरान ट्रेन संख्या 12778 के आते समय एक बुजुर्ग व्यक्ति को ट्रैक पर फंसा हुआ देखा। उन्होंने तुरंत ट्रैक पर कूदकर उन्हें बचाया और हादसे को टाल दिया। समय पर की गई इस कार्रवाई से उस व्यक्ति की जान बच गई।
तकनीशियन दिनेश एन गोलेनवार के बारे में बताया कि डीजल लोको शेड, हुब्बली में एचएचपी डीजल इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव मॉड्यूल के महत्त्वपूर्ण संशोधनों और मरम्मत के माध्यम से 5.94 करोड़ रुपए की बचत हुई, जिससे विदेशी मुद्रा लागत में कमी आई।
दपरे ने तकनीशियन राजा के योगदान के बारे में बताया कि वंदे भारत और एमईएमयू रेकों में सुरक्षा और दक्षता में सुधार के लिए नवीन संशोधन किए गए, जिनमें ट्रांसफार्मर फिल्टर को सुरक्षित करना, ट्रैक्शन मोटर फिल्टर की सफाई को सुव्यवस्थित करना और दुर्घटनाओं को रोकने के लिए सुरक्षा ग्रिल का निर्माण करना शामिल है। एमईएमयू रेकों में लोको पायलट सीटों को अधिक आराम के लिए पुनः डिजाइन किया गया है।
इसी तरह ट्रैक मेंटेनर श्रीजीत जेबी ने कैसल रॉक घाट खंड में भूस्खलन और अप्रिय घटनाओं के दौरान कड़ी मेहनत और समर्पण का प्रदर्शन किया, जिसे बहुत सराहा गया था।