गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच के दौरान कोई निर्दोष नहीं हुआ प्रताड़ित : डीजीपी
गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच के दौरान कोई निर्दोष नहीं हुआ प्रताड़ित : डीजीपी
बेलगावी। पत्रकार और सामाजिक कार्यकर्ता गौरी लंकेश की हत्या की तह तक पहुंचने में अब तक नाकाम रही राज्य पुलिस के खिलाफ कथित संदेह के आधार पर निर्दोष लोगों को प्रताि़डत करने के आरोप कई बार लग चुके हैं। वहीं, प्रदेश पुलिस की महानिदेशक और महानिरीक्षक नीलमणि एन राजू ने गुरुवार को इन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने दावा किया कि हत्यारों तक पहुंचने की कोशिश के दौरान पुलिस ने किसी निर्दोष को पूछताछ के नाम पर या अन्य किसी भी बहाने से प्रताि़डत नहीं किया है। पिछले वर्ष गौरी लंकेश की उस समय गोली मारकर हत्या कर दी गई थी, जिस समय वह अपने कार्यालय से घर लौटी थीं। नीलमणि एन राजू ने कहा कि गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच पूरी होने के बाद सभी तथ्य अपने-आप सामने आ जाएंगे। उन्होंने कहा कि इस मामले की जांच सही दिशा में चल रही है और पुलिस अपने ढंग से काम कर रही है। जब पुलिस महानिदेशक का ध्यान इस आरोप की ओर आकर्षित किया गया कि पुलिस राज्य में हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को जान-बूझकर निशाना बना रही है तो उन्होंने इस आरोप को भी निराधार ठहरा दिया। वह खानापुर स्थित पुलिस प्रशिक्षण स्कूल (पीटीएस) की रजत जयंती के मौके पर आयोजित अटेस्टेशन परेड से इतर पत्रकारों से रू-ब-रू हो रही थीं। बेलगावी के पशुवध गृहों में बांग्लादेशी नागरिकों को काम में लगाए जाने के बारे में पत्रकारों द्वारा पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में नीलमणि ने कहा कि उन्होंने पहले ही स्थानीय पुलिस और अन्य संबंधित अधिकारियों से इस मामले में त्वरित कार्रवाई करने को कहा है। पुलिस ने कई पशुवध गृहों में सच्चाई का पता लगाने के लिए छापेमारी भी की है। उन्होंने कहा, ’’अगर यहां के पशुवध गृहों में कोई भी बांग्लादेशी काम करता हुआ पाया जाता है तो उसे वापस अपने देश भेजने के लिए जरूरी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।’’ वहीं, उन्होंने जिले में पुलिस आयुक्त कार्यालय बनाने के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में कहा कि राज्य सरकार ने इसके लिए पर्याप्त फंड जारी कर दिया है। अब पुलिस आयुक्त कार्यालय बनाने के लिए सही जमीन की तलाश की जा रही है। राज्य के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक आरपी शर्मा द्वारा हाल में राज्य की मुख्य सचिव रत्नप्रभा को एक पत्र लिखकर जन प्रतिनिधियों द्वारा लोकसेवकों को प्रताि़डत किए जाने की शिकायत किए जाने के बारे में पूछे गए प्रश्न के उत्तर में नीलमणि राजू ने कहा कि किसी पुलिस अधिकारी ने राज्य सरकार के खिलाफ कोई पत्र नहीं लिखा है। शर्मा ने अपनी व्यक्तिगत चिंता के बारे में आईपीएस अधिकारी संघ के लेटरहेड पर मुख्य सचिव को अवगत करवाया है। इससे पूर्व रजत जयंती समारोह और २९४ जवानों की कसम परेड को संबोधित करते हुए पुलिस महानिदेशक और महानिरीक्षक ने कहा कि पुलिस में भर्ती हुए नए जवानों के सामने विधानसभा चुनाव तात्कालिक चुनौती होगा। इस चुनावी ड्यूटी के लिए उन्होंने जवानों को शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को पूरी तरह चुस्त-दुरुस्त कर लेने की सलाह दी।