बेंगलूरु/दक्षिण भारतमॉनसून से पहले की भारी बारिश और तेज तूफानी हवाओं की चपेट में आकर राज्य के विभिन्न जिलों में बीते २४ घंटों के दौरान कम से कम दो लोगों की मौत हो गई। सूचनाओं के मुताबिक, टुमकूरु और दक्षिण कन्ऩड जिले में एक-एक व्यक्ति की मौत आसमानी बिजली गिरने से हुई है, जबकि चार अन्य लोग ऐसी ही घटनाओं में घायल हुए हैं। मृतकों की पहचान चिक्कन्ना (३३) और सावित्री राठौ़ड (३२) के नाम से हुई है। जहां चिक्कन्ना की मौत टुमकूरु के उप्पिलेकनहल्ली में हो गई, जबकि दक्षिण कन्ऩड जिले के मूडबिदरी में सावित्री की मौत हुई है। गुलबर्गा से मिली एक खबर के मुताबिक, आंधी-तूफान और तेज बारिश के कारण वहां मशहूर कन्ऩड संत व साहित्यकार रेवनसिद्देश्वर की ४५ फीट ऊंची प्रतिमा जमींदोज हो गई। यह प्रतिमा २० लाख रुपए के खर्च से बनाकर मार्च २०१७ में ख़डी की गई थी। यह मंदिर राज्य सरकार के मुजरई विभाग के अंतर्गत आता है। इसके साथ ही कई स्थानों पर स़डकों पर पे़ड गिरने और बिजली के खंभे उख़डने की भी खबर मिनली है। वहीं, चिंचोली तालुक से मिली जानकारी के मुताबिक, भारी बारिश से कई स्थानों पर भारी पे़ड उख़ड गए और बिजली की आपूर्ति भी बाधित हो गई। बारिश के कारण कई इलाकों में जल भराव हो गया। खेतों में भी पानी जमा होने की जानकारी मिली है। तालुक के चेंगटा गांव में बारिश के कारण नारियल का पे़ड गिरने से एक गाय के मारे जाने की भी खबर है। वहीं, कलबुर्गी के लोगों को बारिश के बाद धूल की आंधी का भी सामना करना प़डा। इसी तरह, बीदर से मिली खबरों के अनुसार, बीदर शहर और तालुक के कई हिस्सों में शनिवार को तेज आंधी-पानी से लोगों को जूझते देखा गया। बारिश के साथ ही चलने वाली तेज हवाओं के कारण आम जनजीवन कुछ समय तक अस्त-व्यस्त नजर आया।