मुकेश ने रचा इतिहास, प्रो ओलम्पिया में जीता स्वर्ण
मुकेश ने रचा इतिहास, प्रो ओलम्पिया में जीता स्वर्ण
लास वेगास। द्रोणाचार्य भूपेन्द्र धवन के शिष्य मुकेश सिंह ने अमेरिका के लॉस वेगास में आयोजित प्रो ओलम्पिया पावरलिफ्टिंग चैम्पियनशिप में पहली बार भाग लेते हुए स्वर्ण पदक जीतकर और तिरंगा लहरा कर इतिहास रच दिया।मुकेश ऐसा कारनामा करने वाले पहले भारतीय बन गए हैं। मुकेश ने मात्र चार दिन में ’’उपवास’’ की अपूर्व विधि से अपना वजन १० किलोग्राम घटाया और ११० किलोग्राम वर्ग में ७८० किलोग्राम वजन उठाकर स्वर्ण जीता। वह पहले १२५ किलोग्राम वर्ग में खेलते रहे हैं।गुरु-शिष्य की इस अद्भुत जो़डी ने अपनी प्रसन्नता व्यक्त करते हुए भारत सरकार, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, खेल मंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर, अपने गुरुओं तथा अन्य शुभचिन्तकों के हर प्रकार के सहयोग के प्रति अपना आभार प्रकट किया।मुकेश पावरलिफ्टिंग में तीन बार के विश्व चैम्पियन तथा तीन ही बार के यूरोपियन चैम्पियन भी रह चुके हैं। २०१६-१७ में यूरोप में उन्हें सर्वश्रेष्ठ लिफ्टर घोषित किया गया था। वह चार बार मि. इंडिया का खिताब भी जीत चुके हैं। इसके साथ ही वह बाडी-बिल्डिंग में एशिया सिल्वर विजेता और साउथ एशिया गोल्ड मैडल विजेता हैं।मुकेश के कोच द्रोणाचार्य भूपेन्द्र धवन को हाल ही में बर्मिंघम (इंग्लैंड) में वर्ल्ड पावरलिफ्टिंग यूनियन द्वारा इन्टरनेशनल हाल आफ फेम पुरस्कार से सम्मानित किया गया था। धवन अब तक १६ प्रतियोगिताओं में भारतीय टीम के कोच के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं।द्रोणाचार्य भूपेन्द्र धवन ने पुरानी यादों में खोते हुए बताया कि किस प्रकार वह खेल पत्रिकाएं खरीद कर उन्हें हसरत भरी निगाहों से देखते थे और स्वप्न देखते थे कि कभी तो इन पत्रिकाओं में उनके शिष्यों की तस्वीरें छपेंगी। अब जबकि मुकेश ने उनका यह सपना पूरा कर दिखाया है तो उन्हें विश्वास ही नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा, यह एक ब़डी उपलब्धि है और देश के लिए गौरव की बात है। चैम्पियनशिप स्थल पर उपस्थित दो बार के वेटलिफ्टिंग चैंपियन मनजीत सिंह और उनकी टीम ने द्रोणाचार्य भूपेन्द्र धवन और मुकेश को इस शानदार उपलब्धि के लिए बधाई दी।