बेंगलूरु: झील किनारे बैठे युवक-युवती से रुपए ऐंठने का आरोपी होमगार्ड जवान गिरफ्तार
खुद को बता रहा था पुलिसकर्मी
युवती ने ट्विटर पर की शिकायत तो हुई कार्रवाई
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। अब तक आपने अपराधियों द्वारा 'नकली पुलिस' बनकर लोगों से रुपए ऐंठने के मामले सुने होंगे, लेकिन बेंगलूरु में एक होमगार्ड जवान इस आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
घटना का खुलासा तब हुआ, जब पीड़ित महिला ने ट्विटर पर आपबीती बताई। इसके बाद पुलिस हरकत में आई और आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।जानकारी के अनुसार, घटना रविवार को कुंदनहल्ली झील इलाके में हुई। उक्त जवान ने महिला और उसके पुरुष मित्र को खुद का परिचय पुलिसकर्मी के तौर पर देते हुए रुपए मांगे।
तस्वीरें खींचनी शुरू कीं
पीड़िता अर्शा लतीफ ने आपबीती बताते हुए ट्विटर पर लिखा, बेंगलूरु यात्रा के दौरान तकलीफदेह अनुभव हुआ। दोपहर को मेरे पुरुष मित्र और मैं छाया में बैठने और दृश्य का आनंद लेने के लिए कुंदनहल्ली झील गए। इस दौरान एक 'पुलिसकर्मी' ने हमारी तस्वीरें खींचनी शुरू कर दीं। उसने हमें (यह कहते हुए) परेशान करना शुरू कर दिया कि यहां बैठने की 'अनुमति' नहीं है।
'पूछताछ' करने लगा
महिला ने कहा, जबकि हमारे बगल में आम जनता के बैठने के लिए स्पष्ट रूप से बेंच लगी हुई थीं। उसने हमसे हमारी नौकरी, गृहनगर, हमारे आने के उद्देश्य के बारे में पूछताछ शुरू की और कहा कि हमें उसके साथ पुलिस स्टेशन चलना होगा और बिना अनुमति के 'बैठने' के लिए जुर्माना देना होगा।
हमने क्या गलत किया?
अर्शा ने कहा, जब पूछा कि हमने क्या गलत किया है, तो उसने कहा कि आपको यहां बैठने की अनुमति नहीं है। आप यहां धूम्रपान कर रहे होंगे। हमने उससे कहा कि हमारे पास कोई सिगरेट नहीं है और हम यहां शांति से बैठे हैं, लेकिन वह पूछताछ करता रहा कि हम दोनों क्या कर रहे हैं और एकसाथ यहां नहीं हो सकते और बिना अनुमति के यहां नहीं बैठ सकते।
महिला ने बताया कि इसके बाद वह शख्स बताने लगा कि हमें पुलिस थाने ले जाएगा और उसका सीनियर उनसे निपटेगा, इसलिए 'मामले को यहीं सुलझा लेना' सबसे अच्छा है। उस शख्स ने दलील दी कि वह थोड़ी-बहुत हिंदी बोल सकता है, लेकिन उसका सीनियर केवल कन्नड़ भाषा बोलता है।
1,000 रुपए मांगे
आखिरकार उसने दोनों को जाने देने के लिए 1,000 रुपए मांगे, जो उन्होंने दे दिए। महिला ने बताया कि इस तरह के बर्ताव से वह स्तब्ध रह गई। उसने सवाल किया- कुछ भी ग़लत नहीं करने के बावजूद उन्हें यह मोरल पुलिसिंग क्यों बर्दाश्त करनी पड़ी? इस 'पुलिसकर्मी' ने ऐसा क्यों सोचा कि उसे एक सार्वजनिक झील पर 'बिना अनुमति के बैठने' के लिए इस तरह दो लोगों को परेशान करने और सिर्फ इसलिए पैसा ऐंठने का अधिकार है, क्योंकि वे एक ही लिंग के नहीं हैं?
हालांकि इस मुश्किल स्थिति में महिला ने किसी तरह इस शख्स की बाइक की नंबर प्लेट की तस्वीर खींच ली और ट्विटर पर बेंगलूरु पुलिस को संबोधित करते हुए कार्रवाई की मांग की।
पुलिस ने की कार्रवाई
पुलिस ने इस मामले को गंभीरता से लेते हुए कार्रवाई की। संबंधित व्यक्ति की पहचान होमगार्ड जवान के तौर पर हुई है, जो बृहत् बेंगलूरु महानगर पालिके (बीबीएमपी) से जुड़ा है।
पुलिस को कहा- धन्यवाद!
अर्शा ने बेंगलूरु पुलिस को धन्यवाद कहते हुए बताया, 'मुझे एक अपडेट मिला है। पहचान किए गए व्यक्ति मंजूनाथ रेड्डी वी को गिरफ्तार कर लिया गया है।