हमारी सरकार युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर देने के लिए प्रतिबद्धः मोदी
प्रधानमंत्री ने राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक यह अप्रोच भी हावी रही कि रक्षा उपकरण केवल आयात किए जा सकते हैं
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को राष्ट्रीय रोजगार मेले को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि आज 70 हजार से ज्यादा युवाओं को केंद्र सरकार के विभिन्न विभागों में नौकरी मिली है। आप सभी युवाओं को, आपके परिजन को बहुत-बहुत बधाई। विकसित भारत की ‘संकल्प से सिद्धि’ के लिए हमारी सरकार युवाओं की प्रतिभा और ऊर्जा को सही अवसर देने के लिए प्रतिबद्ध है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज का नया भारत जिस नई नीति और रणनीति पर चल रहा है, उसने देश में नई संभावनाओं और अवसरों के द्वार खोल दिए हैं। आज भारत दुनिया की सबसे तेज रफ़्तार से आगे बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था है। पूरी दुनिया कोविड के बाद मंदी से जूझ रही है, ज्यादातर देशों की अर्थव्यवस्था लगातार गिरती जा रही है। बावजूद इसके दुनिया भारत को एक ब्राइट स्पॉट के रूप में देख रही है।प्रधानमंत्री ने कहा कि एक रिपोर्ट के अनुसार, स्टार्टअप ने 40 लाख से ज्यादा प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष जॉब क्रिएट की हैं। इसी प्रकार से ड्रोन सेक्टर भी है। वहीं, बीते आठ-नौ सालों में देश के स्पोर्ट्स सेक्टर का भी कायाकल्प हो गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज युवाओं के सामने कई ऐसे सेक्टर खुल गए हैं, जो 10 साल पहले युवाओं के सामने उपलब्ध ही नहीं थे। स्टार्टअप का उदाहरण हमारे सामने है। स्टार्टअप को लेकर आज भारत के युवाओं में जबरदस्त उत्साह है। आज आधुनिक सैटेलाइट से लेकर सेमी हाई स्पीड ट्रेन तक भारत में ही निर्मित हो रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत अभियान की सोच और अप्रोच केवल स्वदेशी अपनाने और वोकल फॉर लोकल से कहीं ज्यादा है। यह सीमित दायरे वाला मामला नहीं है। आत्मनिर्भर भारत अभियान गांव से लेकर शहरों तक, भारत में रोजगार के करोड़ों अवसर पैदा करने वाला अभियान है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमने आयात होने वाले खिलौने के लिए क्वालिटी पैरामीटर तय किए और अपनी स्वदेशी इंडस्ट्री को बढ़ावा देना शुरू किया। तीन-चार वर्ष में ही टॉय इंडस्ट्री का कायाकल्प हो गया और रोजगार के अनेक नए अवसर तैयार हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की टॉय इंडस्ट्री का उदाहरण आपके सामने है। दशकों तक भारतीय बच्चे विदेशों से इम्पोर्ट किए खिलौने से ही खेलते रहे। न तो उनकी क्वालिटी अच्छी थी और न ही वे भारतीय बच्चों को ध्यान में रखकर बनाए जाते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारे देश में दशकों तक यह अप्रोच भी हावी रही कि रक्षा उपकरण केवल आयात किए जा सकते हैं, बाहर से ही लाए जा सकते हैं। हम अपने देश के निर्माताओं पर उतना भरोसा नहीं करते थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार ने इस अप्रोच को भी बदला। हमारी सेना ने 300 से ज्यादा ऐसे साजो-सामान और हथियारों की लिस्ट तैयार की है, जो अब भारत में ही बनाए जाएंगे और भारत की इंडस्ट्री से ही खरीदे जाएंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हमारी सरकार के दौरान बीते आठ-नौ वर्षों में पूंजीगत व्यय में चार गुना की वृद्धि हुई है। इससे रोजगार के नए अवसर और लोगों की आय, दोनों में वृद्धि हुई है।