165वीं एसएलबीसी बैठक: पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत आबादी को कवर करने की सलाह दी
वार्षिक क्रेडिट योजना के सफल लॉन्च के लिए सभी अग्रणी जिला प्रबंधकों और बैंकरों को बधाई दी गई
कर्नाटक अखिल भारतीय स्तर पर लॉन्च करने वाला पहला राज्य है
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। यहां विधान सौधा मीटिंग हॉल में बुधवार को 165वीं एसएलबीसी बैठक हुई। अतिरिक्त मुख्य सचिव एवं विकास आयुक्त डॉ. शालिनी रजनीश के नेतृत्व में हुई इस बैठक में भारतीय रिजर्व बैंक की क्षेत्रीय निदेशक सोनाली सेन गुप्ता, नाबार्ड के मुख्य महाप्रबंधक टी रमेश, केनरा बैंक के कार्यकारी निदेशक भवेंद्र कुमार, एसएलबीसी कर्नाटक संयोजक केजे श्रीकांत मौजूद थे। बैठक में सभी बैंकों के राज्य नियंत्रक प्रमुख और अन्य गणमान्य लोग शामिल हुए।
डॉ. शालिनी रजनीश ने सभी संबंधित विभागों और बैंकरों को पीएमजेजेबीवाई और पीएमएसबीवाई के तहत समस्त पात्र आबादी को कवर करने की सलाह दी। साथ ही चौथी तिमाही के दौरान 78.19 प्रतिशत का सीडी अनुपात हासिल करने के लिए सभी बैंकरों की सराहना की।डॉ. शालिनी रजनीश ने सूचित किया कि एसीपी के तहत 31 मार्च तक उपलब्धि बहुत सफल है। कृषि के तहत यह वार्षिक लक्ष्य का 104 प्रतिशत है। यह कुल ऋण के तहत 114 प्रतिशत और कुल प्राथमिकता क्षेत्र के तहत 97 प्रतिशत है।
उन्होंने अच्छे प्रदर्शन के लिए सभी बैंकर्स को बधाई दी। लेकिन साथ ही कहा कि प्राथमिकता शिक्षा (29 प्रतिशत) और प्राथमिकता आवास (26 प्रतिशत) के तहत प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं है। उन्होंने बैंकर्स से वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए सभी मापदंडों के तहत निर्धारित लक्ष्य हासिल करने का आग्रह किया।
उन्होंने अप्रैल के पहले सप्ताह में वित्तीय वर्ष 2024-25 के लिए वार्षिक क्रेडिट योजना के सफल लॉन्च के लिए सभी अग्रणी जिला प्रबंधकों और बैंकरों को बधाई दी। कर्नाटक अखिल भारतीय स्तर पर लॉन्च करने वाला पहला राज्य है।