हिमाचल प्रदेश में बारिश ने दिखाया रौद्र रूप, 3 लोगों की मौत, 40 लापता
घटनास्थल से दो लोगों को बचा लिया गया
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शिमला/दक्षिण भारत। हिमाचल प्रदेश में बादल फटने की दो अलग-अलग घटनाओं में तीन लोगों की मौत हो गई और लगभग 40 लोग लापता हो गए। अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि बारिश के कारण कई घर और सड़कें बह गईं तथा दो पनबिजली परियोजनाएं क्षतिग्रस्त हो गईं।
शिमला के पुलिस अधीक्षक संजीव कुमार गांधी ने बताया कि शिमला जिले के रामपुर उपमंडल के समाघ खुड में बादल फटने से दो लोगों की मौत हो गई और 28 अन्य लापता हो गए।घटनास्थल से दो लोगों को बचा लिया गया है।
उपायुक्त अनुपम कश्यप ने बताया कि बादल फटने की घटना रात करीब एक बजे हुई। उन्होंने कहा कि बचाव अभियान चुनौतीपूर्ण है क्योंकि सड़कें बह गई हैं। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने कहा कि राज्य में भारी बारिश और बादल फटने से भारी नुकसान हुआ है।
उन्होंने बताया कि प्रभावित क्षेत्रों में सड़क संपर्क बाधित हो गया है। चार वाहन पुल और पैदल पुल बह गए हैं तथा बचाव कार्य जोरों पर चल रहा है। उन्होंने बताया कि सेब की फसल भी क्षतिग्रस्त हो गई है।
मौके पर मौजूद डीसी और एसपी ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ), भारत तिब्बत सीमा पुलिस, पुलिस और होमगार्ड की टीमों ने बचाव अभियान शुरू कर दिया है और लापता लोगों का पता लगाने के लिए ड्रोन की मदद ली जा रही है।
बुधवार रात मंडी जिले के पधर के थलातुखोड़ क्षेत्र में बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और नौ अन्य लापता हो गए।
कुछ घर ढह गए हैं और सड़क संपर्क टूट गया है। मंडी जिला प्रशासन ने भारतीय वायुसेना और एनडीआरएफ से सहायता मांगी है।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर कहा, 'बीती रात प्रदेश में कई स्थानों पर बादल फटने की दुखद घटनाओं के बाद सचिवालय में अधिकारियों के साथ आपातकालीन बैठक की जा रही है।'
उन्होंने कहा, 'प्रदेश सरकार बचाव व राहत कार्य में जुटी हुई है। प्रशासन को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए गए हैं। बैठक में राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भी मौजूद हैं।'