पुलिस बल में महिलाओं की बढ़ती संख्या से आया सुखद बदलाव : वसुन्धरा
पुलिस बल में महिलाओं की बढ़ती संख्या से आया सुखद बदलाव : वसुन्धरा
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने प्रदेश में कानून-व्यवस्था बनाए रखने में महिला पुलिसकर्मियों की महत्वपूर्ण भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि महिला पुलिसकर्मियों की ब़ढती संख्या के कारण राज्य पुलिस पहले की अपेक्षा अधिक मानवीय, संवेदनशील और जवाबदेह हुई है। उन्होंने कहा कि पुलिस बल में महिलाओं की अच्छी उपस्थिति से आया यह बदलाव सुखद है और अपनी दृ़ढ इच्छाशक्ति, कौशल तथा जज्बे से महिला पुलिसकर्मियों ने यह साबित भी किया है कि वे अपने पुरुष सहकर्मियों से किसी मायने में कमजोर नहीं हैं। राजे मंगलवार को राजस्थान पुलिस अकादमी परिसर में ६६वें बैच की १८८ नव प्रशिक्षु महिला कांस्टेबल्स के दीक्षान्त परेड समारोह को संबोधित कर रही थीं। मुख्यमंत्री ने कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा के सामने चुनौतियां ब़ढ रही हैं और हमारी प्रशिक्षित, कुशल तथा चुस्त पुलिस इन चुनौतियों का बखूबी सामना करने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पुलिसकर्मियों को आधुनिकतम प्रशिक्षण देने तथा उपकरणों एवं तकनीक से सुसज्जित करने के सभी उपाय कर रही है। इसके लिए साइबर एवं आर्थिक अपराधों की तफ्तीश, पुलिसकर्मियों के व्यवहार में सुधार आदि के नए कोर्सेज प्रशिक्षण पाठ्यक्रम में शामिल करवाए जा रहे हैं। साथ ही पुलिस अकादमी में यूनिसेफ के सहयोग से चाइल्ड प्रोटेक्शन, सामाजिक सुरक्षा तथा जेंडर बजटिंग पर भी प्रशिक्षण दिलाया जा रहा है।राजे ने पुलिस बल में शामिल होने जा रही इन सभी नव प्रशिक्षु महिला कांस्टेबलों को शुभकामनाएं देते हुए आशा व्यक्त की कि वे अपनी कार्यप्रणाली में निष्पक्षता तथा पारदर्शिता से राज्य पुलिस के गौरवशाली अतीत को बनाए रखेंगी। उन्होंने प्रशिक्षु कांस्टेबल सुंवा कंवर को बैच की बेस्ट ऑल राउंडर तथा बेस्ट इनडोर प्रोबेशनर के रूप में सम्मानित किया। साथ ही सर्वश्रेष्ठ फायरिंग के लिए प्रशिक्षु कांस्टेबल मुकेश को तथा बेस्ट आउटडोर प्रशिुक्षु के रूप में रीनू जाट को सम्मानित किया। राजे ने इन महिला पुलिसकर्मियों की आकर्षक परेड का निरीक्षण किया और उनके द्वारा दिखाए गए विभिन्न कौशल प्रदर्शनों की सराहना की।