प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों की पासिंग आउट परेड संपन्न
प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों की पासिंग आउट परेड संपन्न
चेन्नई। शनिवार को यहां ऑफिसर्स ट्रेनिंग एकेडमी में आयोजित पासिंग आउट परेड में प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए थल सेना के दक्षिणी कमान के चीफ ऑफिसर जनरल ऑफिसर कमांडिंग, लेफ्टिनेंट जनरल दीवान रवींद्रनाथ सोनी ने कहा कि सेना मंे सेवा देना सिर्फ एक नौकरी नहीं है, बल्कि यह देश के लिए निस्वार्थ सेवा है जिसके लिए आपको सम्मान दिया जाएगा और आपको याद किया जाएगा। प्रशिक्षु सैन्य अधिकारियों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, आप सबसे अच्छे सैनिकों की अगुवाई करने के लिए जिम्मेदार होंगे और यह आपकी ि़जम्मेदारी है कि आप अपनी पूरी क्षमता से अपने कार्य को पूरा करें।उन्होंने कहा कि मौजूदा समय में, सैनिकों को नवीनतम जानकारियों से अद्यतन रहने और विनाश फैलाने के प्रयासों को विफल करने के लिए तैयार रहना होगा। एकेडमी में प्रशिक्षण पूरा होने के बाद भारतीय सेना के अधिकारियों के रूप में १९६ पुरुष कैडेटों और ३७ महिला कैडेटों सहित कुल २५५ अधिकारी कैडेटों ने शनिवार को पासिंग आउट परेड पूरी की। इस पासिंग आउट परेड में भूटान के दो पुरुष कैडेट और तीन महिला कैडेटों, अफगानिस्तान के नौ पुरुष कैडेटों और तजाकिस्तान के आठ पुरुष कैडेटों ने भी पासिंग आउट परेड पूरी की और अब वह अपने देश की सेना में सेवाएं देंगे।सभी प्रशिक्षु अधिकारियों को एकेडमी अंडर ऑफीसर विवेक सूरज की देखरेख में प्रशिक्षण प्राप्त किया। अधिकारी कैडेटों ने ड्रिल स्क्वायर से अउलड लैंग शिन की ओर ड्रिल की और सधे कदमों से परेड पूरी की। इस दौरान प्रशिक्षु अधिकारियों ने संस्थान में उन्हें मिली विशेषज्ञता का प्रदर्शन भी किया। इस दौरान सेना के अधिकारी और प्रशिक्षु अधिकारियों के माता-पिता एवं उनके परिवार के सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया था।सबसे प्रतिष्ठित स्वोर्ड ऑफ ऑनर एकेडमी के कैडेट एडजुटंट प्रीती चौधरी को दिया गया था और स्वर्ण पदक अकादमी अंडर ऑफिसर विवेक सूरज को प्रदान किया गया। सर्वांगीण ऑर्डर ऑफ मेरिट के लिए रजत पदक सीनियर अंडर ऑफिसर व्रिती को दिया गया था और सर्वांगीण प्रतिभा के लिए कांस्य पदक बटालियन अंडर ऑफिसर अमन प्रताप साही को दिया गया । चैंपियन कंपनी के लिए चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ बैनर से बसंतार कंपनी को सम्मानित किया गया। बाद में, पिपिंग समारोह के दौरान, अधिकारी के कैडेटो ने अपने माता-पिता द्वारा (वर्दी पर रैंक बैज लगाते हुए) पिप किया। उन्होंने शपथ ली कि वह सेना मेंे ईमानदारी और समर्पण के साथ कार्य करेंगे।