रूफटॉप सोलर बन रही लोगों की पसंद, जनवरी-मार्च में इतनी बढ़ गई क्षमता
छतों पर कुल सौर क्षमता स्थापना में गुजरात सबसे आगे था
उसके बाद महाराष्ट्र और राजस्थान का स्थान रहा
नई दिल्ली/भाषा। देश में छत पर सौर क्षमता (रूफटॉप सोलर) स्थापना चालू कैलेंडर साल के पहले छह माह (जनवरी-जून) के दौरान 3.2 प्रतिशत बढ़कर 872 मेगावाट (मेगावाट) हो गई है। मेरकॉम इंडिया ने रविवार को यह जानकारी दी।
इससे पिछले साल यानी 2022 की पहली छमाही में देश में छत पर 845 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता स्थापित की गई थी।‘मेरकॉम इंडिया रूफटॉप सोलर मार्केट रिपोर्ट’ में कहा गया है कि जून 2023 के अंत तक भारत में छतों पर स्थापित कुल सौर क्षमता 9.6 गीगावाट (जीडब्ल्यू) पर पहुंच गई है।
मेरकॉम कैपिटल समूह के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) राज प्रभु ने कहा, ‘कलपुर्जों की कीमतें घटने और बढ़ती मांग के बावजूद पहली छमाही में छत पर सौर क्षमता स्थापना उम्मीद के अनुरूप नहीं रही है। हम दूसरी छमाही में काफी मजबूत स्थिति देख रहे हैं क्योंकि बेहतर मार्जिन की चाहत रखने वाले सौर स्थापना में तेजी ला रहे हैं और मांग को अधिक तेजी से पूरा कर रहे हैं।’
मेरकॉम ने कहा कि समीक्षाधीन अवधि में क्षमता वृद्धि में आवासीय उपभोक्ताओं का 54 प्रतिशत, औद्योगिक उपभोक्ताओं का 25 प्रतिशत और वाणिज्यिक उपभोक्ताओं का 21 प्रतिशत हिस्सा रहा।
औद्योगिक क्षेत्र की बात की जाए, तो मुख्य रूप से फार्मास्युटिकल्स, रसायन, रोजमर्रा के उपभोग के सामान (एफएमसीजी), वाहन और वाहन कलपुर्जा क्षेत्रों की इकाइयों ने छतों पर सौर क्षमता की स्थापना की।
छतों पर कुल सौर क्षमता स्थापना में गुजरात सबसे आगे था। उसके बाद महाराष्ट्र और राजस्थान का स्थान रहा।