जब तक जिंदा हूं, एससी-एसटी-ओबीसी और अति पिछड़ों के हक छीनने नहीं दूंगा: मोदी

प्रधानमंत्री ने बिहार के पाटलीपुत्र में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया

जब तक जिंदा हूं, एससी-एसटी-ओबीसी और अति पिछड़ों के हक छीनने नहीं दूंगा: मोदी

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए कांग्रेस ने रातोंरात अल्पसंख्यक संस्थानों से जुड़ा कानून बदल दिया

पाटलीपुत्र/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को बिहार के पाटलीपुत्र में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने जहां छठे चरण का मतदान चल रहा है, वहां लोगों से वोट डालने की अपील की।

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प्रधानमंत्री ने कहा कि चुनाव के नतीजे क्या आने वाले हैं, उसका एग्जिट पोल आना शुरू हो गया है। आप समझ लीजिए, जब ये इंडि गठबंधन वाले हर समय ईवीएम को गाली देना शुरू कर दें, इसका मतलब है कि राजग की सफलता का एग्जिट पोल आ चुका है। चार जून को पाटलीपुत्र में भी और देश में भी नया रिकॉर्ड बनेगा।

प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2024 के इस चुनाव में एक तरफ 24 घंटे आपके लिए मेहनत करने वाला मोदी है। दूसरी तरफ 24 घंटे आपसे झूठ बोलने वाला इंडि गठबंधन है। एक तरफ मोदी है, जो 24/7 साल 2047 तक विकसित भारत बनाने में जुटा है, जो आत्मनिर्भर भारत बनाने में जुटा है। वहीं दूसरी तरफ यह इंडि गठबंधन है, जिसके पास कोई काम नहीं है, देशवासियों ने इनकी छुट्टी कर दी है। इसलिए इंडि गठबंधन दिन-रात मोदी को गाली देने में जुटा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि एलईडी बल्ब के जमाने में यहां बिहार में एक लालटेन भी है। एक ऐसी लालटेन, जो सिर्फ एक घर में रोशनी करती है। बिहार में इस लालटेन ने अंधेरा ही अंधेरा फैलाया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि यह चुनाव देश का पीएम चुनने के लिए है। अब आपका वोट इतना वजनदार है कि पीएम चुनने वाला है। भारत को कैसा पीएम चाहिए? भारत को ऐसा पीएम चाहिए, जो इस दमदार देश का दम दुनिया के सामने रख सके।

प्रधानमंत्री ने कहा कि वहीं दूसरी ओर ये इंडि वाले हैं। इंडि गठबंधन की योजना 5 साल में 5 प्रधानमंत्री देने की है। इंडि गठबंधन के लोग घोर सांप्रदायिक, जातिवादी और परिवारवादी हैं। ये सबसे पहले अपने परिवार का सोचते हैं, बाकी सबको पीछे रखते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि बिहार की इस धरती ने सामाजिक न्याय को लेकर पूरे देश को दिशा दिखाई है। अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के आरक्षण के अधिकार के लिए बिहार में लंबी लड़ाई लड़ी है। आज बिहार के जागरूक लोगों के सामने दुख और बड़ी पीड़ा के साथ एक कड़वा सच रख रहा हूं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि संविधान कहता है कि भारत में धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा। बाबा साहेब अंबेडकर कहते थे कि धर्म के आधार पर आरक्षण नहीं होगा, लेकिन राजद-कांग्रेस अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग का कोटा खत्म कर अपने वोटबैंक को धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि साल 2024 के इस चुनाव में जब मैंने इन दलों की इस साजिश का पर्दाफाश किया है तो एक के बाद एक इनकी आरक्षण विरोधी करतूतें सामने आ रही हैं। राजद-कांग्रेस ने मिलकर मेरे यादव, कुर्मी, कुशवाहा, तेली, कान्हू, निषाद, पासवान और मुसहर परिवारों के आरक्षण पर डाका डाल दिया है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि अपने वोटबैंक को खुश करने के लिए कांग्रेस ने रातोंरात अल्पसंख्यक संस्थानों से जुड़ा कानून बदल दिया। इसके बाद धड़ाधड़ हजारों संस्थानों को अल्पसंख्यक संस्थान घोषित कर दिया। इन संस्थानों में पहले एडमिशन के दौरान अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग को पूरा आरक्षण मिलता था। राजद-कांग्रेस के चलते आज इन्हें अल्पसंख्यक संस्थानों में 1 प्रतिशत भी आरक्षण नहीं मिलता है। यानी लाखों अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग के युवाओं की शिक्षा के अवसर इंडि गठबंधन वालों ने छीन लिए हैं।

प्रधानमंत्री ने कहा कि इंडि गठबंधन की एक और साजिश का भी अभी कोलकाता उच्च न्यायालय ने देश के सामने खुलासा कर दिया है। इंडि वालों ने बंगाल में 77 मुस्लिम जातियों को खटाखट-खटाखट एक झटके में ओबीसी का दर्जा दे दिया था। इसके बाद सरकारी नौकरियों में जो लाभ अति पिछड़ों और ओबीसी जातियों को मिलना चाहिए था, वह इन 77 मुस्लिम जातियों को मिलने लगा। हक मेरे ओबीसी और अति पिछड़ों का मारा गया, जबकि इसका फायदा इंडि वालों के लिए ... करने वालों को हुआ।

प्रधानमंत्री ने कहा कि राजद-कांग्रेस और इंडि गठबंधन इस सच्चाई से इन्कार नहीं कर सकते कि ये संविधान बदलकर पूरे देश में धर्म के आधार पर आरक्षण देना चाहते हैं, लेकिन मैं भी आज बिहार की इस सामाजिक न्याय की पुण्य भूमि से देश और बिहार को एक गारंटी देता हूं कि जब तक मोदी जिंदा है, मैं एससी-एसटी-ओबीसी और अति पिछड़ों के हकों को छीनने नहीं दूंगा। मोदी के लिए संविधान सर्वोपरि है, बाबा साहेब अंबेडकर की भावना सर्वोपरि है।

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