भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत आधार बनकर उभरी है: मोदी
प्रधानमंत्री मोदी और जर्मन चांसलर स्कोल्ज़ ने संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया
Photo: @narendramodi X account
नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ ने शुक्रवार को संयुक्त प्रेस वार्ता को संबोधित किया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे खुशी यही कि पिछले दो वर्षों में हमें तीसरी बार भारत में आपका स्वागत करने का अवसर मिला है। भारत और जर्मनी की रणनीतिक साझेदारी की व्यापकता का अनुमान आप पिछले दो-तीन दिन की गतिविधियों से लगा सकते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सुबह हमें जर्मनी की एशिया-प्रशांत व्यापार जगत की कॉन्फ्रेंस को संबोधित करने का अवसर मिला। मेरे तीसरे कार्यकाल की पहली आईजीसी बैठक अभी कुछ देर पहले संपन्न हुई है।प्रधानमंत्री ने कहा कि जर्मनी की 'भारत पर ध्यान केंद्रित' करने की रणनीति के लिए मैं, चांसलर शोल्ज का अभिनंदन करता हूं। इसमें विश्व के दो बड़े लोकतंत्रों के बीच साझेदारी को समावेशी तरीके से आधुनिकीकरण और उन्नत करने का ब्लू प्रिंट है।
Welcomed my friend, Chancellor Scholz, to my residence in New Delhi.
— Narendra Modi (@narendramodi) October 25, 2024
Glad to be meeting him and discussing a diverse range of issues that will add momentum to the India-Germany friendship. Our nations have a strong track record of developmental cooperation and we look forward to… pic.twitter.com/c6spNi4VDk
बता दें कि जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़ के साथ सातवें अंतर-सरकारी परामर्श में भाग लेते हुए मोदी ने कहा कि भारत-जर्मनी संबंध दो सक्षम और मजबूत लोकतंत्रों के बीच परिवर्तनकारी साझेदारी है, न कि लेन-देन वाला रिश्ता।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया तनाव, संघर्ष और अनिश्चितता के दौर से गुजर रही है। हिंद-प्रशांत क्षेत्र में कानून के शासन और नौवहन की स्वतंत्रता को लेकर गंभीर चिंताएं हैं। ऐसे समय में भारत और जर्मनी के बीच रणनीतिक साझेदारी एक मजबूत आधार बनकर उभरी है।