बेंगलूरु: नम्मा मेट्रो की ‘भद्रा टीबीएम’ नागवारा स्टेशन पर पहुंची
पहली टीबीएम (ऊर्जा) कैंटोनमेंट से शिवाजी नगर स्टेशन तक लॉन्च की गई थी
Photo: BMRCL FB Page
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। टीबीएम के नाम से मशहूर 'द लास्ट टनल बोरिंग मशीन’ भद्रा ने केजी हल्ली से 937 मीटर पूरा करने के बाद बुधवार को नागवारा में कामयाबी हासिल की। इसे गत 2 अप्रैल को लॉन्च किया गया था।
यह परियोजना के चरण-2 के अंतर्गत रीच-6 लाइन की भूमिगत सुरंग निर्माण में अंतिम भेदन है। इसके साथ ही कुल 20992 मीटर भूमिगत सुरंग निर्माण का काम पूरा हो गया है। सभी 9 टीबीएम ने साउथ रैंप (डेयरी सर्कल) से नागवारा के बीच भूमिगत सुरंग का काम पूरा कर लिया है।इस संबंध में विस्तार से जानकारी देते हुए बेंगलूरु मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड ने बताया कि पहली टीबीएम (ऊर्जा) साल 2020 में 20 अगस्त को कैंटोनमेंट से शिवाजी नगर स्टेशन तक लॉन्च की गई थी।
वहीं, साल 2022 में 25 अप्रैल को टीबीएम ऊर्जा द्वारा कैंटोनमेंट और पॉटरी टाउन स्टेशन के बीच एक दिन में अधिकतम 27 मीटर सुरंग खोदी गई। एक महीने में अधिकतम 308 मीटर सुरंग का निर्माण टीबीएम तुंगा द्वारा जुलाई 2024 में केजी हल्ली और नागवारा के बीच किया गया।
साउथ रैंप (डेयरी सर्कल) और नागवारा के बीच भूमिगत खंड का विवरण भी साझा किया गया है। इसके अनुसार, भूमिगत खंड की लम्बाई 13.76 किमी है। सुरंग खुदाई की लंबाई 20.99 किमी है।
सुरंग खुदाई का जो काम पूरा हुआ, उसकी लंबाई 20.99 किमी यानी 100 प्रतिशत है। इस खंड में लगाई गईं टीबीएम की संख्या 9 है। भूमिगत स्टेशनों की संख्या 12 है। स्टेशन कार्यों की प्रगति 90 प्रतिशत है।