मुस्लिम समाज बसपा को ठीक से नहीं समझ पा रहा, भविष्य में सोच-समझ कर ही देंगे मौका: मायावती
पार्टी चुनाव परिणाम को गंभीरता से लेकर इसका हर स्तर पर गहराई से सही विश्लेषण करेगी
Photo: @Mayawati X account
लखनऊ/दक्षिण भारत। बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) प्रमुख मायावती ने लोकसभा चुनाव परिणामों पर प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने अपने आधिकारिक एक्स अकाउंट पर जारी एक बयान में कहा कि हमारी पार्टी चुनाव आयोग से शुरू से ही यह मांग करती रही है कि चुनाव बहुत लंबा नहीं खिंचना चाहिए, बल्कि तीन या चार चरणों में ही कराया जाना चाहिए था। ऐसा न होने पर लोकसभा का यह चुनाव लगभग पूरे समय खासकर जोरदार गर्मी की तपिश से जनजीवन के अस्त-व्यस्त होने के कारण काफी ज्यादा प्रभावित रहा है।
मायावती ने कहा कि गरीब तबकों और अन्य मेहनतकश लोगों के चुनावी उत्साह में भी काफी कुछ फर्क पड़ने के कारण उम्मीद के विपरीत वोट प्रतिशत काफी प्रभावित हुआ है। आगे चुनाव कराते समय चुनाव आयोग द्वारा लोगों की इन खास परेशानियों को ज़रूर ध्यान में रखा जाए।मायावती ने कहा कि लोकसभा चुनाव का जो भी, जैसा भी नतीजा आया है, वह लोगों के सामने है। अब देश के लोकतंत्र, संविधान व देशहित आदि के बारे में सोचना और फैसला करना है कि यह जो चुनाव परिणाम आया है, उसका आगे सबके जीवन पर क्या फर्क पड़ने वाला है?
मायावती ने कहा कि हमारी पार्टी चुनाव परिणाम को गंभीरता से लेकर इसका हर स्तर पर गहराई से सही विश्लेषण करेगी और जो भी ज़रूरी होगा, उसको लेकर ठोस कदम भी उठाएगी। हमारी प्रतिक्रिया भी विशुद्ध रूप से देश के लोकतंत्र और संविधान की पवित्रता व मजबूती को समर्पित होगी।
मायावती ने कहा कि डॉ. अंबेडकर के बताए रास्तों पर चलकर पूरी लगन, निष्ठा व ईमानदारी के साथ मेहनत से कार्य करना ही अपना मिशनरी धर्म है। हमारी इसी सोच व शक्ति ने सदियों से शोषित व उपेक्षितों को आत्म-सम्मान एवं स्वाभिमान के साथ जीने के लिए संघर्ष करते रहना सिखाया है।
मायावती ने कहा कि बसपा का खास अंग मुस्लिम समाज, जो पिछले कई चुनावों में और इस बार भी लोकसभा चुनाव में उचित प्रतिनिधित्व देने के बावजूद पार्टी को ठीक से नहीं समझ पा रहा है। अब ऐसी स्थिति में आगे इनको काफी सोच-समझ कर ही चुनाव में मौका दिया जाएगा, ताकि पार्टी को भविष्य में इस बार की तरह भयंकर नुकसान न हो।