आरबीआई ने नीतिगत दर में नहीं किया कोई बदलाव, जीडीपी अनुमान घटाया

आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने घोषणा की

आरबीआई ने नीतिगत दर में नहीं किया कोई बदलाव, जीडीपी अनुमान घटाया

Photo: @reservebankofindia593 YouTube Channel

मुंबई/दक्षिण भारत। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार को लगातार 11वीं बार नीतिगत दर को अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया, लेकिन चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि दर के अनुमान को घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया, जबकि पहले यह अनुमान 7.2 प्रतिशत लगाया गया था।

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जुलाई-सितंबर तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर सात तिमाहियों के निम्नतम स्तर 5.4 प्रतिशत पर आने के बावजूद आरबीआई ने ब्याज दर पर यथास्थिति बनाए रखी, जबकि उसका स्वयं का अनुमान 7 प्रतिशत था।

पिछले वर्ष अप्रैल में लगातार छह बार ब्याज दरों में वृद्धि के बाद ब्याज दरों में वृद्धि चक्र को रोक दिया गया था, जो मई 2022 से अब तक कुल मिलाकर 250 आधार अंक हो गया है।

चालू वित्त वर्ष की पांचवीं द्विमासिक मौद्रिक नीति की घोषणा करते हुए आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने कहा कि मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) ने रेपो दर को 6.5 प्रतिशत पर अपरिवर्तित रखने का निर्णय लिया है, जबकि नीतिगत रुख को तटस्थ रखा है।

उन्होंने कहा कि एमपीसी भविष्य की कार्रवाई के लिए आने वाले व्यापक आर्थिक आंकड़ों पर नजर रखेगी।

आरबीआई ने चालू वित्त वर्ष के लिए सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) वृद्धि अनुमान को पूर्व के 7.2 प्रतिशत के स्तर से घटाकर 6.6 प्रतिशत कर दिया, जबकि मुद्रास्फीति लक्ष्य को पूर्व के 4.5 प्रतिशत के अनुमान से बढ़ाकर 4.8 प्रतिशत कर दिया।

आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए बैंकों के पास ऋण देने के लिए अधिक धन उपलब्ध कराने के प्रयास में, आरबीआई ने नकद आरक्षित अनुपात को मौजूदा 4.5 प्रतिशत से घटाकर 4 प्रतिशत कर दिया है। इससे बैंकों को 1.16 लाख करोड़ रुपये मिलेंगे और उनकी ऋण देने की क्षमता में सुधार होगा।

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