जो सत्ता के लिए दिन-रात-खेल खेलते हैं, उनका सिद्धांत है- 'परिवार का साथ, परिवार का विकास'
प्रधानमंत्री ने वाराणसी में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया

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नई दिल्ली/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को वाराणसी में विभिन्न विकास कार्यों का शिलान्यास और उद्घाटन किया। इस अवसर पर उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि कल हनुमान जन्मोत्सव का पावन दिन है और आज मुझे संकटमोचन महाराज की काशी में आपके दर्शन का सौभाग्य मिला है। हनुमान जन्मोत्सव से पहले काशी की जनता विकास का उत्सव मनाने यहां इकट्ठी हुई है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीते 10 वर्षों में बनारस के विकास ने एक नई गति पकड़ी है। काशी ने आधुनिक समय को साधा है, विरासत को संजोया है और भविष्य को उज्ज्वल बनाने की दिशा में मजबूत कदम रखे हैं। आज काशी सिर्फ पुरातन नहीं, प्रगतिशील भी है।प्रधानमंत्री ने कहा कि आज सामाजिक चेतना के प्रतीक महात्मा ज्योतिबा फुले की जयंती भी है। महात्मा ज्योतिबा फुले और सावित्रीबाई फुले ने जीवनभर नारीशक्ति के हित, उनके आत्मविश्वास और समाज कल्याण के लिए काम किया। आज हम उनके विचारों, संकल्पों, नारी सशक्तीकरण के उनके आंदोलन को आगे बढ़ा रहे हैं, नई ऊर्जा दे रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा फुले जैसे त्यागी, तपस्वी, महापुरुषों की प्रेरणा से ही देशसेवा का हमारा मंत्र रहा है, सबका साथ-सबका विकास। हम देश के लिए उस विचार को लेकर चलते हैं, जिसका समर्पित भाव है, सबका साथ-सबका विकास। जो लोग सत्ता हथियाने के लिए दिन-रात खेल खेलते रहते हैं, उनका सिद्धांत है- 'परिवार का साथ, परिवार का विकास।'