प्रवर्तन निदेशालय ने चेन्नई और कोलकाता में छापे मारे
प्रवर्तन निदेशालय ने चेन्नई और कोलकाता में छापे मारे
चेन्नई/नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने एयरसेल-मैक्सिस मामले में धन शोधन की जांच के संबंध में पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम के एक रिश्तेदार के परिसरों समेत चेन्नई और कोलकाता में शुक्रवार को छापे मारे। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि एजेंसी के अधिकारी शुक्रवार सुबह से चेन्नई में चार स्थानों और कोलकाता में दो स्थानों पर तलाशी ले रहे हैं।सूत्रों ने बताया कि चेन्नई के तेनायमपेट में एस कैलासम के परिसरों पर भी छापे मारे गए। कैलासम पूर्व वित्त मंत्री के बेटे कार्ती चिदंबरम के मामा हैं। इसके अलावा चेन्नई में एस सांबामूर्ति और रामजी नटराजन के परिसरों पर भी छापे मारे गए। उन्होंने बताया कि ली रोड और लवलाक प्लेस में मनोज मोहनका के ठिकानों पर भी छापे मारे गए। यह मामला वर्ष २००६ में विदेशी निवेश संवर्द्धन बोर्ड (एफआईपीबी) की मंजूरी से जु़डा है जो पी चिदंबरम द्वारा दी गयी थी।एजेंसी ने कहा था कि वह तत्कालीन वित्त मंत्री द्वारा दी गयी एफआईपीबी मंजूरी की परिस्थितियों की जांच कर रही है। ईडी ने यह भी आरोप लगाया कि कार्ती ने गु़डगांव में एक संपत्ति को बेच दिया जिसे उन्होंने उस बहुराष्ट्रीय कंपनी को किराये पर दिया जिसे वर्ष २०१३ में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) की मंजूरी दी गई थी। उसने आरोप लगाया कि कार्ती ने पीएमएलए के तहत जब्ती की कार्रवाई से बचने के लिए कुछ बैंक खातों को भी बंद कर दिया और अन्य बैंक खातों को बंद करने की कोशिश की।एजेंसी ने कहा कि तत्कालीन वित्त मंत्री ने एयरसेल-मैक्सिस एफडीआई मामले में मार्च २००६ में एफआईपीबी की मंजूरी दी जबकि वह ६०० करो़ड रुपये तक की परियोजनाओं को ही मंजूरी दे सकते थे। उससे ज्यादा की परियोजना के लिए आर्थिक मामलों पर मंत्रिमंडल की समिति की मंजूरी की जरूरत थी।