अरूणिमा साड़ी नहीं पहने थी, इसलिए महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जाने से मना किया : शर्मा

अरूणिमा साड़ी नहीं पहने थी, इसलिए महाकाल मंदिर के गर्भगृह में जाने से मना किया : शर्मा

उज्जैन (मध्यप्रदेश)। उज्जैन स्थित प्रसिद्ध महाकाल मंदिर प्रशासन ने मंगलवार को सफाई देते हुए कहा कि दो दिन पहले मंदिर में दर्शन करने आईं माउंट एवरेस्ट पर तिरंगा फहराने वाली दुनिया की पहली दिव्यांग अरुणिमा सिन्हा को भस्मारती के दौरान मंदिर के गर्भगृह में जाने से इसलिए मना किया गया क्योंकि वह सा़डी पहने हुई नहीं थीं। भस्मारती में प्रवेश हेतु गणवेश का नियम बनाया गया है, जिसके तहत महिलाओं को सा़डी पहनकर और पुरुषों को धोती पहनकर आना जरूरी है, तभी गर्भगृह में प्रवेश की अनुमति मिलेगी।राष्ट्रीय स्तर की पूर्व वॉलीबॉल खिला़डी अरुणिमा ने उज्जैन महाकाल मंदिर में अव्यवस्थओं का आरोप लगाते हुए सोमवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी एवं मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को ट्विटर पर लिखा था, मुझे एवरेस्ट पर च़ढने में इतनी दिक्कत नहीं आई, जितना महाकाल मंदिर के दर्शन करने में आई। इसके साथ-साथ उन्होंने कहा था कि इस मंदिर के सुरक्षा कर्मचारियों एवं मंदिर प्रशासन ने मेरी दिव्यंगता का म़जाक बनाया।महाकाल मंदिर प्रशासक अवधेश शर्मा ने मंगलवार को यहां बताया, महाकाल मंदिर देश के १२ ज्योतिर्लिंगों में से एक है। इसमें प्रतिदिन त़डके की जाने वाली परंपारिक भस्मारती में प्रवेश करने वाले भक्तों के लिए गणवेश पहनने का नियम बना हुआ है। इसके तहत महिलाओं को सा़डी पहनकर और पुरुषों को धोती पहनकर आना जरूरी है। इस गणवेश को मंदिर की भाषा में शोला कहते हैं। इस शोला को पहनकर ही भक्तों को त़डके होने वाली भस्मारती में प्रवेश की अनुमति है। उन्होंने कहा, अरुणिमा रविवार को प्रात: सा़ढे चार बजे मंदिर में आई। वह भस्मारती में प्रवेश मिलने वाली गणवेश में नहीं थीं। मंदिर के पुजारियों एवं वहां तैनात सुरक्षा कर्मियों ने उसे भस्मारती के दौरान प्रवेश पाने के नियम के बारे में बताते हुए कहा कि महिलाओं को केवल सा़डी पहनकर ही गर्भगृह में जाने की अनुमति है। उसे नंदी गृह तक जाने दिया गया। शर्मा ने बताया कि गर्भगृह में जाने के लिए भस्मारती के समय ही यह ड्रेस कोड है। बाकी समय मंदिर के गर्भगृह में लोगों को हर तरह के कप़डे पहनकर जाने दिया जाता है।उन्होंने कहा कि भस्मारती में प्रवेश पाने के लिए भक्तों को पहले से ही अपनी बुकिंग करवानी प़डती है, तभी भस्मारती में शामिल होने की अनुमति मिलती है, लेकिन अरुणिमा ने भस्मारती में अपने शामिल होने के बारे में भस्मारती शुरू होने से कुछ समय पहले ही जानकारी दी थी। शर्मा ने बताया कि महाकाल मंदिर ने एक सीसीटीवी फुटेज भी जारी किया है, जिसमें सुरक्षाकर्मी मंदिर में अरुणिमा से बातें करते नजर आ रहे हैं।

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