मुख्यमंत्री वसुन्धरा ने दिवगंत विधायक कीर्ति को श्रद्धांजलि दी
मुख्यमंत्री वसुन्धरा ने दिवगंत विधायक कीर्ति को श्रद्धांजलि दी
जयपुर। मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे ने भीलवा़डा जिले के मांडलग़ढ विधानसभा क्षेत्र से विधायक कीर्ति कुमारी के निधन पर शोक प्रकट किया हैै और उन्हें श्रद्धांजलि दी है।राजे ने सोमवार को जयपुर के फोर्टिस अस्पताल में स्व. कीर्ति कुमारी के पार्थिव शरीर पर पुष्पचक्र अर्पित किया और उनके परिजनों से मिलकर उन्हें सांत्वना दी। कीर्ति कुमारी का सोमवार सुबह फोर्टिस अस्पताल में निधन हो गया था। मुख्यमंत्री ने अपने शोक संदेश में कहा कि स्व. कीर्ति कुमारी और मैंने एक साथ काम किया। उनके असामयिक निधन से मुझे व्यक्तिगत आघात लगा है। उन्होंने कहा कि स्व. कीर्ति कुमारी ने एक सजग जनप्रतिनिधि के रूप में भीलवा़डा एवं प्रदेश की जनता की सेवा की। उन्होंने जरूरतमंदों की भलाई के लिए हमेशा अग्रणी भूमिका निभाई। मुख्यमंत्री ने दिवंगत की आत्मा की शांति और शोक संतप्त परिजनों को दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करने के लिए ईश्वर से प्रार्थना की। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेशाध्यक्ष अशोक परनामी ने माण्डलग़ढ विधायक कीर्ति कुमारी के निधन पर शोक व्यक्त की है। परनामी ने उनको श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनके इस आकस्मिक निधन पर प्रदेश भाजपा स्तब्ध है और अपने क्षेत्र में विकास के कार्यों के लिए उन्हें सदैव याद किया जाएगा। भगवान उनकी आत्मा को शांति प्रदान करें। भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष लक्ष्मीनारायण दवे, प्रदेश कोषाध्यक्ष रामकुमार भूत़डा, जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा सहित अन्य पदाधिकारियों ने कीर्ति कुमारी के आकस्मिक निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए कहा कि उनके निधन से पार्टी को काफी क्षति पहुंची है। परनामी उदयपुर से रवाना होकर दोपहर बाद बिजौलिया में होने वाले उनके दाह-संस्कार में शामिल हुए। राजस्थान के सबसे ब़डे अस्पताल सवाई मानसिंह अस्पताल के अधीक्षक मान प्रकाश ने कहा कि मांडलग़ढ विधायिका कीर्ति कुमारी का निधन स्वाईन फ्लू से ही हुआ है।अस्पताल के अधीक्षक मान प्रकाश ने सोमवार को एक बयान जारी कर कहा कि विधायिका कीर्ति कुमारी एच१एन१(स्वाइन फ्लू) था और इसका इलाज मांडलगढ, कोटा में हुआ था जहां से उन्हें जयपुर रेफर किया गया था। उन्होंने कहा कि विधायिका को गंभीर हालत में २६ अगस्त को सांयकाल यहां लाया गया था और यहां लाते ही उन्हें विशेषज्ञ चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध कराते हुए वेंटीलेटर पर ले लिया गया था।उन्होंने बताया कि मरीज की गंभीर स्थिति को देखते हुए तीन सदस्यीय मेडिकल बोर्ड जिनमें वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रमन शर्मा, प्रदीप मित्तल और डॉ. सी के व्यास की देखरेख में उपचार शुरू किया गया। उन्होंने बताया कि मरीज की स्थिति के बारे में उनके परिजनों सहित मुख्यमंत्री एवं चिकित्सा मंत्री को भी पूरी जानकारी दी जा रही थी। उन्होंने बताया कि मरीज की स्थिति के बारे में मेंदाता अस्पताल से संपर्क किया जिन्होंने उस्पताल प्रशासन द्वारा दिए जा रहे उपचार पर संतुष्टि जाहिर की गई साथ ही इक्मो मशीन की सलाह दी गई। उन्होंने कहा कि चूंकि अस्पताल में यह मशीन उपलब्ध नहीं थी इसी कारण परिजनों के आग्रह पर उन्हें रविवार को चकित्सकों की देखरेख में फोर्टिज अस्पताल स्थानांतरिक किया गया जहां सवेरे उपचार के दौरान उनकी मौत हो गई। उन्होंने नागरिकों से भी आग्रह किया कि प्रदेश में स्वाईन फ्लू के बढते प्रकोप को देखते हुए तेज बुखार, गले में दर्द, खांसी आदि होने पर तुरंत चिकित्सकीय उपचार करावें।