बेंगलूरु/दक्षिण भारतराज्य के विजयपुरा जिले में वोटर वेरिफायेबल पेपर ऑडिट ट्रेल (वीवीपैट) के अस्सी खाली डिब्बे और इनके सूटकेस मिलने को चुनाव अधिकारियों ने चुनाव प्रक्रिया पर धब्बा लगाने की साजिश करार दिया है। यह सामान रविवार को विजयपुरा के एक टिन शेड से बरामद किया गया था। सोमवार को यहां पत्रकारों से बातचीत में कर्नाटक के मुख्य चुनाव अधिकारी संजीव कुमार ने कहा कि इन खाली वीवीपैट मशीनों की बरामदगी का १२ मई के चुनाव से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने दावा किया कि कुछ तत्व चुनाव प्रक्रिया को बेवजह गलत ठहराने की कोशिश कर रहे हैं्। यह संदेह इसलिए उत्पन्न होता है क्योंकि यह विजयपुरा जिले से सामने आई इस प्रकार की तीसरी घटना है। इससे पूर्व जिले में हजारों नकली बैलट मिले थे। बागलकोट जिले में भी नकली इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों का पर्दाफाश किया गया था। इन मशीनों को दो भागों में तो़डा गया था। हालांकि चुनाव प्रक्रिया से इन सबका अब तक कोई संबंध सामने नहीं आया है लेकिन पुलिस इन मामलों की जांच-प़डताल कर रही है।विजयपुरा जिले के बसवन बागेवा़डी तालुक में घटी घटना के बारे में पूछे गए एक प्रश्न के उत्तर में संजीव कुमार ने बताया कि वहां जो वीवीपैट मशीनें और सूटकेस मिले हैं, न तो वह विजयपुरा जिले में चुनाव के लिए भेजे गए थे और न ही यह सामान कर्नाटक चुनाव आयोग का है। न तो खाली वीवीपैट मशीनों में मतदान के लिए जरूरी हार्डवेयर पाया गया है और न ही उनका कोई यूनिक ट्रैकिंग नंबर है। विजयपुरा जिले में मतदान के लिए २७४४ वीवीपैट मशीनें जारी की गई थीं और इनमें से सभी मशीनें एक स्ट्रांग रूम में सुरक्षित रखी हुई हैं्। उन्होंने कहा, ’’चुनाव आयोग उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू करेगा, जो इस शरारती गतिविधि में लिप्त पाए जाएंगे।’’ उल्लेखनीय है कि विजयपुरा जिले की मानगुली पुलिस ने इस विषय में एक मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।