मुख्यमंत्री के लिए मप्र में कमलनाथ के नाम का प्रस्ताव, राजस्थान में गहलोत-पायलट गुट में तनातनी
मुख्यमंत्री के लिए मप्र में कमलनाथ के नाम का प्रस्ताव, राजस्थान में गहलोत-पायलट गुट में तनातनी
जयपुर। राजस्थान में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस में मुख्यमंत्री के चेहरे को लेकर मोर्चाबंदी बढ़ती जा रही है। अभी तक मुख्यमंत्री के नाम की घोषणा नहीं की गई है। वहीं जयपुर में कांग्रेस दफ्तर के बाहर अशोक गहलोत और सचिन पायलट के समर्थकों का जमावड़ा लगा हुआ है। दोनों ओर से नारेबाजी हो रही है। ऐसे में ऐहतियात के तौर पर पुलिस को तैनात किया गया है।
चूंकि अशोक गहलोत पूर्व में राजस्थान के दो बार मुख्यमंत्री रहे हैं और वे कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं। सचिन पायलट कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष हैं और पार्टी को सत्ता तक लाने में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही हैं। दोनों के ही प्रशंसक उन्हें मुख्यमंत्री पद पर देखना चाहते हैं। दूसरी ओर, राजभवन में राज्यपाल कल्याण सिंह से कांग्रेस नेताओं का मुलाकात का समय बदल गया है। उन्हें अब रात 8 बजे राजभवन बुलाया गया है। इस दौरान उन्हें सरकार बनाने का दावा पेश करना होगा।सचिन पायलट के एक समर्थक ने अपने खून से चिट्ठी लिखी है। उसने कहा है कि राजस्थान में कांग्रेस को 21 सीटों से सत्ता तक लाने वाले नेता सचिन पायलट हैं। लिहाजा उन्हें ही मुख्यमंत्री बनाया जाए। समर्थकों की इस खींचतान को देखते हुए दोनों गुटों में टकराव की आशंका भी जताई जा रही है। ऐसे में मामला आलाकमान पर ही छोड़ दिया गया है।
उधर मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री पद के लिए ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कमलनाथ के नाम का प्रस्ताव रखा है। कांग्रेस विधायक दल की बैठक खत्म हो गई है। इससे पहले भोपाल में पार्टी नेताओं की बैठक हुई, जिसमें प्रस्ताव पास कर आलाकमान को मुख्यमंत्री के नाम का ऐलान करने की जिम्मेदारी सौंपी गई। बता दें कि पहले ज्योतिरादित्य सिंधिया के नाम को लेकर काफी कयास लगाए जा रहे थे।