जनता को उम्मीद: स्वच्छता और सावधानी के अस्त्र से कोरोना वायरस को देंगे मात
जनता को उम्मीद: स्वच्छता और सावधानी के अस्त्र से कोरोना वायरस को देंगे मात
बेंगलूरु/चेन्नई/दक्षिण भारत। कोरोनावायरस से मुकाबले के लिए सरकार द्वारा समय-समय पर जारी की जाने वाली सूचनाओं का लोगों पर सकारात्मक असर दिखाई दे रहा है। बाजार, बस स्टॉप, पर्यटक स्थलों और सड़कों आदि पर लोगों की आवाजाही कम हो गई है। वहीं, स्वच्छता और सावधानी को लेकर जागरूकता में बढ़ोतरी हुई है।
बेंगलूरु निवासी अमित कहते हैं कि इस परिवर्तन से रोजमर्रा की जिंदगी में कुछ दिक्कतें तो आई हैं लेकिन समाज को सुरक्षित एवं स्वस्थ रखने के लिए हमें इसमें सहयोग करना चाहिए। वायरस से पैदा हालात काबू में आने के बाद ज़िंदगी दोबारा रफ्तार पकड़ेगी।इसी प्रकार, महेंद्र बताते हैं कि वे सरकार द्वारा एहतियात के तौर पर उठाए गए कदमों से संतुष्ट हैं। वे लोगों से अपील करते हैं कि सभी जिम्मेदार नागरिक के तौर पर स्वच्छता को बढ़ावा दें ताकि वायरस के संक्रमण को रोका जा सके।
चेन्नई निवासी संतोष कहते हैं कि मौजूदा दौर में चिकित्साकर्मी और स्वास्थ्य अधिकारी एक सैनिक की तरह मैदान में हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य एवं जीवन की रक्षा के लिए कोरोनावायरस से मुकाबला कर रहे हैं।
वहीं, रश्मि कहती हैं कि इस समय सरकार को सोशल मीडिया पर प्रसारित होने वाली पोस्ट को लेकर विशेष सतर्कता बरतनी चाहिए। कई यूजर्स इस वायरस एवं उपायों पर ऐसी जानकारी पोस्ट कर रहे हैं जो वैज्ञानिक दृष्टि से उचित नहीं है। बेहतर होगा कि कोई ऐसा ऑनलाइन प्लेटफॉर्म हो जिस पर सिर्फ कोरोना वायरस, सावधानी, उपचार, अस्पताल आदि के बारे में पर्याप्त जानकारी उपलब्ध हो।
उपायों से उपजे नए विकल्प
कोरोना के प्रसार को रोकने के लिए अपनाए जा रहे उपायों ने नए विकल्पों को जन्म दिया है। मिसाल के तौर पर, सड़कों, वाहनों आदि पर दबाव कम हो गया है। आईटी समेत जिन क्षेत्रों में संभव है, वहां लोग घरों से काम कर रहे हैं। मॉल्स सूने नजर आ रहे हैं लेकिन सामान मंगाने के लिए ऑनलाइन ऑर्डर की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। ऐसे लोगों की बड़ी संख्या है जो भुगतान भी ऑनलाइन कर रहे हैं।
रोजमर्रा के इस्तेमाल की चीजें ऑनलाइन बेचने वाली एक प्रमुख कंपनी के सीईओ कहते हैं कि उन्हें आम दिनों की तुलना में दोगुने ऑर्डर मिल रहे हैं जिनकी आपूर्ति के लिए कर्मचारियों की व्यस्तता बढ़ गई है।
वहीं, घर से काम कर रहे कर्मचारी अपने परिवार को समय देने के साथ ही तकनीकी के जरिए लगातार अपनी कंपनी के संपर्क में हैं। इस काम में तकनीकी टूल उनके लिए अन्य दिनों की तुलना में ज्यादा कारगर साबित हो रहे हैं।
साफ-सफाई से संबंधित चीजों की मांग में बढ़ोतरी हो रही है। वॉट्सएप सहित विभिन्न सोशल मीडिया मंचों पर ऐसे संदेशों की तादाद बढ़ गई है जिनमें हाथ मिलाने के बजाय ‘नमस्ते’ कहकर अभिवादन करने, स्वच्छता अपनाने, सावधानी रखने लेकिन भय नहीं फैलाने, जीवों पर दया करने और सात्विक खानपान जैसे भारतीय आदर्शों को अपनाने पर जोर दिया जा रहा है। लोग उम्मीद जता रहे हैं कि स्वच्छता और सावधानी अपनाकर वे कोरोना को मात देंगे।