आईटीआई लि. ने नए क्षेत्रों में रखा कदम, 64 करोड़ रु. के अनुबंध मिले
हाल में आईटीआई लि. ने 95 करोड़ रुपए का अनुबंध पाया था
Photo: ITILimited1948 FB Page
बेंगलूरु/कोलकाता/मुंबई/दक्षिण भारत। प्रमुख दूरसंचार विनिर्माण कंपनी आईटीआई लिमिटेड ने सुरक्षा प्रणालियों और शिक्षा/आईसीटी क्षेत्र में कदम रखा है। कंपनी को ओडिशा के संबलपुर विश्वविद्यालय से वाई-फाई और लैन के लिए 35 करोड़ रुपए तथा मध्य रेलवे से एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के लिए 29.14 करोड़ रुपए मूल्य, यानी कुल 64 करोड़ रुपए के ऑर्डर मिले हैं।
कंपनी ने बताया कि अनुबंध के तहत विश्वविद्यालय परिसर में 80 स्थानों पर वाई-फाई और लैन स्थापित किए जाएंगे, ताकि पूरे परिसर में निर्बाध इंटरनेट और इंट्रानेट पहुंच प्रदान करने की जरूरत को पूरा किया जा सके। इस प्रोजेक्ट में आपूर्ति, स्थापना, कमीशनिंग के साथ तीन वर्ष की रखरखाव अवधि भी शामिल है।आईटीआई लि. को मुंबई डिवीजन के छह रेलवे स्टेशनों पर आईपी आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली से युक्त एकीकृत सुरक्षा प्रणाली के लिए मध्य रेलवे (मुंबई) से अनुबंध मिला है। काम के दायरे में मुंबई मंडल के छह रेलवे स्टेशनों यानी मध्य रेलवे के छत्रपति शिवाजी महाराज टर्मिनस, दादर, कुर्ला, लोकमान्य तिलक टर्मिनस, ठाणे और कल्याण पर आईपी आधारित वीडियो निगरानी प्रणाली से युक्त एकीकृत सुरक्षा प्रणाली की आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग और तीन साल की वारंटी अवधि समाप्त होने के बाद पांच साल के लिए एएमसी शामिल है।
परियोजना को पूरा करने की अवधि लेटर ऑफ अवार्ड की प्राप्ति से 12 महीने है। इस अनुबंध के तहत 1,400 से ज्यादा कैमरे लगाए जाएंगे, जो मध्य रेलवे के यात्रियों के सफर को अधिक सुरक्षित बनाएंगे।
इस अवसर पर आईटीआई लि. के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक राजेश राय ने कहा, 'हम इन दो अनुबंधों को हासिल कर बहुत खुश हैं। ये हमारे लिए रणनीतिक रूप से महत्त्वपूर्ण हैं, क्योंकि इनसे दो नए क्षेत्रों में संभावित रूप से आकर्षक रास्ते खुलते हैं। आईटीआई लि. शैक्षिक संस्थानों, रेलवे और किसी भी अन्य ग्राहक को सूचना और संचार प्रौद्योगिकी सेवाओं का पूरा स्पेक्ट्रम देने के लिए हमेशा उत्साहित है। परिसर की वाई-फाई और लैन सेवाएं न केवल छात्रों के शैक्षणिक अनुभव को बेहतर बनाएंगी, बल्कि परिचालन और प्रशासनिक जरूरतों को भी पूरा करेंगी।'
राय ने कहा, 'हमारी टीम हमेशा की तरह इन अनुबंधों पर काम करने के लिए बहुत उत्साहित और अत्यधिक प्रेरित है। मुझे विश्वास है कि हम इन्हें समय से पहले पूरा कर लेंगे। हमें उम्मीद है कि हमारा काम मध्य रेलवे के यात्रियों के लिए एक सुरक्षित मौजूदगी में मदद करेगा।'
हाल में आईटीआई लि. ने खनन डिजिटल परिवर्तन और निगरानी प्रणाली (एमडीटीएसएस) परियोजना के लिए उत्तराखंड सरकार के भूविज्ञान और खनन निदेशालय से लगभग 95 करोड़ रुपए का अनुबंध पाया था।