'इमरजेंसी': कंगना बोलीं- 'सोचती थी कि इंदिरा गांधी शक्तिशाली थीं, लेकिन मेरे शोध में पता चला ...'

कंगना ने आपातकाल को दर्शाने वाली फिल्म का निर्देशन और निर्माण किया है

 'इमरजेंसी': कंगना बोलीं- 'सोचती थी कि इंदिरा गांधी शक्तिशाली थीं, लेकिन मेरे शोध में पता चला ...'

Photo: KanganaRanaut FB Page

मुंबई/दक्षिण भारत। अपनी नई फिल्म 'इमरजेंसी' में इंदिरा गांधी की भूमिका निभा रहीं कंगना रनौत ने कहा कि उन्होंने इस पर गहन शोध किया और अब उनका मानना ​​है कि पूर्व प्रधानमंत्री उतनी शक्तिशाली नहीं थीं, जितनी उन्होंने सोची थी, बल्कि 'कमजोर' और 'खुद के बारे में अनिश्चित' थीं।

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अपनी टिप्पणियों के कारण अक्सर सुर्खियों में रहने वाली मंडी से पहली बार सांसद बनीं कंगना ने यह भी कहा कि आज कोई भी निर्देशक ऐसा नहीं है, जो उनके लायक हो।

कंगना रनौत ने चर्चित फिल्म 'इमरजेंसी' की रिलीज से पहले दिए एक वीडियो साक्षात्कार में कहा, 'मैं बहुत गर्व के साथ कह रही हूं कि आज फिल्म उद्योग में एक भी ऐसा निर्देशक नहीं है, जिसके साथ मैं काम करना चाहूं, क्योंकि उनमें उस तरह की गुणवत्ता नहीं है।'

रनौत, जिन्होंने तत्कालीन प्रधानमंत्री द्वारा वर्ष 1975 में लगाए गए 21 महीने के आपातकाल को दर्शाने वाली फिल्म का निर्देशन और निर्माण किया है, ने कहा कि उन्हें इंदिरा गांधी से सहानुभूति है और जब तक उन्होंने इस प्रोजेक्ट पर काम करना शुरू नहीं किया था, तब तक वे उन्हें बहुत शक्तिशाली मानती थीं।

उन्होंने कहा, 'जब मैंने अपना शोध किया, तो मुझे समझ में आया कि यह बिल्कुल इसके विपरीत था। इससे मेरा यह विश्वास और भी मजबूत हो गया कि आप जितने कमज़ोर होंगे, उतना ही ज़्यादा नियंत्रण चाहेंगे। वे एक बहुत कमज़ोर व्यक्ति थीं और वे खुद के बारे में बहुत अनिश्चित और वास्तव में कमज़ोर भी थीं।'

उन्होंने कहा, 'उनके पास कई सहारा थे और वे लगातार किसी न किसी तरह की मान्यता चाहती रहती थीं। वे कई लोगों पर बहुत अधिक निर्भर थीं, उनमें से एक संजय गांधी भी थे ... 'इमरजेंसी' से पहले मेरे मन में उनके लिए उस तरह की सहानुभूति नहीं थी।'

‘क्वीन’ स्टार ने कहा कि उन्होंने इंदिरा गांधी और आपातकाल के महीनों के चित्रण में ‘बिलकुल भी स्वतंत्रता नहीं ली।’

रनौत ने यह भी कहा कि संसद में उनकी मुलाकात इंदिरा गांधी की पोती और साथी सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा से हुई और उन्होंने फिल्म का मुद्दा उठाया।

रनौत ने वायनाड से कांग्रेस सांसद के साथ अपनी संक्षिप्त बातचीत के बारे में कहा, 'मैं संसद में श्रीमती प्रियंका गांधी से मिली और उन्होंने मेरे काम और मेरे बालों की तारीफ की। तो मैंने कहा, 'आप जानती हैं, मैंने यह फिल्म इमरजेंसी बनाई है और शायद आपको इसे देखना चाहिए।' और उन्होंने कहा, 'ठीक है, शायद'।

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