प्रदर्शनी में फूलों से बनाई गई मेट्टूर बांध और बार्बी डॉल की प्रतिकृति लोगों के आकर्षण का केन्द्र बनी हुई है। ऊटी पहुंचने पर यहां के पहा़डी जनजातिय समुदाय के लोगों ने पांरपरिक नृत्य से मुख्यमंत्री का स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को कुंडा पन बिजली परियोजना का भी शुभारंभ किया।ऊटी। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को यहां जैविक उद्यान में १२२ वीं पुष्प प्रदर्शिनी का शुभारंभ मुख्यमंत्री ईडाप्पाडी के पलानीस्वामी ने किया। इस दौरान राज्य के नगरपालिका प्रशासन मंत्री एसपी वेलूमणि, बिजली मंत्री पी तंगमणि, कृषि मंत्री आर दुरैकन्नू तथा अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम(अन्नाद्रमुक) के सांसदों और विधायकों के साथ ही ऊटी के कलेक्टर इन्नोेसंेट दिव्या और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे। जब मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने फीता काटकर इस प्रदर्शनी का शुभारंभ किया उस समय प्रदर्शनी में लगभग २० हजार लोग मौजूद थे। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री, जिला कलेक्टर और अन्य मंत्रियों ने पुष्प प्रदर्शनी का दौरा किया।इस प्रदर्शनी में विभिन्न रंगों के लाखों फूलों की किस्मों के साथ कुल ३५,००० से अधिक गमले में लगे फूल भी प्रदर्शित किए गए हैं। यहां पर लोगों के लिए एक लाख से अधिक प्रकार के फूलों से मेट्टूर बांध की एक प्रतिकृति भी बनाई गई थी जो लोगों के लिए आकर्षण का केन्द्र था। २ लाख से अधिक फूलों से बार्बी डॉल की भी एक विशाल प्रतिकृति बनाई गई थी। इस प्रतिकृति को भी प्रदर्शनी में आए लोगों ने काफी सराहा।सरकार की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मौजूदा समय में गर्मी शुरु होने के साथ ही देश के विभिन्न हिस्सों से अब तक २०,००० से अधिक पर्यटक ऊटी पहुंचे हुए हैं और वानिकी विभाग को इस बात की उम्मीद है कि इस वर्ष यहां पर तीन लाख से अधिक पर्यटक पहुंचेंगे। ज्ञातव्य है कि प्रत्येक वर्ष आयोजित की जाने वाली यह परंपरागत पुष्प प्रदर्शिनी केवल तीन दिनों के लिए आयोजित की जाती है। हालांकि इस बार अधिक पर्यटकों के आने की संभावना को देखते हुए राज्य सरकार ने इसके लिए निर्धारित अवधि में दो दिनों की बढोत्तरी करने की अनुमति दी है।मुख्यमंत्री शुक्रवार को कोयंबटूर के कोठगिरि और ढोडदाबाता के रास्ते ऊटी की पहाि़डयों पर पहुंचे। यहां पहुंचने पर अन्नाद्रमुक के पूर्व मंत्री बुद्ध चन्द्रन की अन्नाद्रमुक के सदस्यों और बादागस नामक पहा़डी जनजातीय समुदाय के लोगों ने मुख्यमंत्री पलानीस्वामी का पारंपरिक तौर पर स्वागत किया। पहा़डी जनजातियों ने मुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों के समक्ष अपना पारंपरिक नृत्य पेश किया। मुख्यमंत्री ने तमीजगम पर्यटक बंगला का दौरा किया जहां अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ता शिवलिंगम और निशांति ने उनका गर्मजोशी से स्वागत किया। पहाि़डयों पर रहने वाले जनजातीय समुदाय के लोगों ने मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए कवडी अटम और करकटम नामक पारंपरिक नृत्य की प्रस्तुति दी।शुक्रवार को पुष्प प्रदर्शनी का उद्घाटन और दौरा करने के बाद मुख्यमंत्री ने कुंडा पनबिजली परियोजना का शुभारंभ किया। इसके साथ ही उन्होंने यहां पर १८५० करो़ड रुपए की लागत से सरकार द्वारा शुरु की जाने वाली नई परियोजना की आधारशिला रखी। मुख्यमंत्री ने ७.४९ करो़ड रुपए की कुल लागत से पूर्ण की गई राज्य सरकार की अन्य परियोजनाओं का भी शुभारंभ किया। राज्य परिवहन निगम ने राज्य के विभिन्न हिस्सों से पुष्प प्रदर्शनी को देखने के लिए ऊटी आने के इच्छुक लोगों के लिए राज्य के विभिन्न जिलों से विशेष बसों का परिचालन शुरु करने की घोषणा की है।