कोयंबटूर। मुख्यमंत्री ईके पलानीस्वामी ने गुरुवार को कोयंबटूर के स्टेट बैंक रोड स्थित तमिलनाडु पुलिस संग्रहालल के नवीनीकृत भवन का शुभारभं किया। पूर्व में इस पुलिस संग्रहालय को हैमिल्टन क्लब कहा जाता था लेकिन नवीनीकरण के बाद इसे पुलिस संग्रहालय का नया नाम दिया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री के साथ नगरपालिका प्रशासन मंत्री एसपी वेलूमणि, विधानसभा के उप सभापति पोलाच्ची जयरामन, पुलिस महानिदेशक टीके राजेंद्रन, जिला कलेक्टर हरिहरन और अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के अन्य स्थानीय विधायक और कुछ वरिष्ठ सरकारी अधिकारी भी उपस्थित थे।मुख्यमंत्री के यहां पहुंचने पर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकांे द्वारा गर्मजोशी से स्वागत किया गया। कोयंबटूर से ऊटी जाने के दौरान पूरे रास्ते में मुख्यमंत्री का स्वागत करने के लिए पार्टी के झंडे और तोरण द्वारा लगाए गए थे। इसके साथ ही विभिन्न स्थानों पर सरकार की कल्याणकारी योजनाओं को बताने वाले बैनर और पोस्टर भी लगाए गए थे। कोयंबटूर से ऊटी जाने के दौरान मुख्यमंत्री कई स्थानों पर रुके और नागरिकों से बातचीत की और उनकी समस्याओं के बारे में जानने की कोशिश की। उनके आगमन को लेकर विभिन्न स्थानों पर स्थानीय नागरिक मौजूद थे। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को जिस पुलिस संग्रहालय का उद्घाटन किया है उसकी विशेषता यह है कि यहां पर तमिलनाडु पुलिस के इतिहास को विभिन्न वस्तुओं मसलन पुलिस द्वारा उपयोग किए जाने वाले पुराने हथियारों, उनके द्वारा पहनी जाने वाली वर्दी, पुलिस द्वारा पहनी जाने वाली बेल्ट, विशष्ट कार्य पर उन्हें दिए जाने वाले मेडल आदि को प्रदर्शित किया गया है। इसके साथ ही इस संग्रहालय में कोयंबटूर के इतिहास को बताने वाले साहित्य और पुलिस और सशस्त्र बलों के हथियारों को प्रदर्शित किया गया है। यहां पर एक ऑडियो और वीडियो सुविधा भी उपलब्ध करवाई गई है जिसकी मदद से यहां आने वाले आगन्तुक एम्फीथिएटर में संग्रहालय में उपलब्ध वस्तुओं और राज्य पुलिस के इतिहास के बारे में ऑडियो और वीडियो के माध्यम से जानकारी प्राप्त कर सकते हैं। इसमें वीडियो के माध्यम से लोगों को बताया जाएगा कि पुलिस ने किस प्रकार लोगों की मदद की है और किस प्रकार सरकार द्वारा पुलिस बल को सुविधाओं से युक्त बनाने और बेहतर प्रशिक्षण उपलब्ध करवाने के लिए कार्य किया गया है। इस संग्रहालय में राज्य के जंगलों में रहने वाले खूंखार चंदन तस्कर वीरप्पन से जब्त किए गए हथियारों, लिबरेशन टाइगर्स ऑफ तमिल ईलम (एलटीटीई) से जब्त एक मिनी पनडुब्बी, कारगिल युद्ध के दौरान पाकिस्तान के खिलाफ युद्ध में इस्तेमाल किया गया एक तोप और मलयूर मंबट्टियान जब्त हथियारों को भी प्रदर्शित किया गया। ज्ञातव्य है कि शहर में पुलिस संग्रहालय की स्थापना का श्रेय कोयंबटूर के पूर्व पुलिस आयुक्त ए अमलराज को जाता है जिन्होंने १०० वर्ष पुराने हैमिल्टन क्लब के ऐतिहासिक भवन को संग्रहालय में बदलने का विचार सामने रखा था। पूर्व में हैमिल्टन क्लब और गुरुवार से पुलिस संग्रहालय के रुप में जाने जाने वाले इस भवन को वर्ष १९५१ में ब्रिटिश पुलिस अधिकारी एफए हैमिल्टन द्वारा खरीदा गया था। वर्ष १९५१ के बाद १८ कमरे वाले इस भवन के तीन ब्लॉक में से एक हार्वे ब्लॉक को सब-इंस्पेक्टर से ऊपर के पद के पुलिस अधिकारियों के कार्यालय के रुप मंें निर्धारित किया गया था। वर्ष २०१६ में अधिकारियों ने इस इमारत को ध्वस्त करने की भी योजना बनाई क्योंकि रखरखाव के अभाव में इसकी स्थिति काफी दयनीय हो गई थी हालांकि, अमलराज ने इमारत को बचाने और इसका नवीनीकरण करने के लिए वर्ष २०१७ में इसे पुलिस संग्रहालय में बदलने का फैसला किया। इसी क्रम में कोयंबटूर पुलिस पाकिस्तान के खिलाफ कारगिल युद्ध के दौरान सेना द्वारा उपयोग में लाए गए एक तोप को यहां लेकर आई और उसे इस संग्रहालय में प्रदर्शित किया।