चेन्नई/दक्षिण भारतद्रवि़ड मुनेत्र कषगम (द्रमुक) की वरिष्ठ नेता और सांसद कनिमोझी ने बुधवार को एक फर्जी ट्वीटर हैंडल से हिन्दू धार्मिक भावनाओं को आहत करने वाले ट्वीट करने वाले के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है। इस ट्वीट में कहा गया था कि कनिमोझी ने हिन्दू मक्कल कच्चि (एचएमके) के नेता अर्जुन संपत द्वारा दिए गए प्रसाद को फेंक दिया और अपने पैरों से उसे कुचल दिया। कनिमोझी की ओर से द्रमुक की कार्यकारी समिति के सदस्य और अधिवक्ता आरजे सेल्वनकल्याणम ने चेन्नई पुलिस को उनकी शिकायत सौंपी। इस शिकायत में बताया गया है जिस ट्वीटर हैंडल से कनिमोझी के बारे में हिन्दू धर्म का अपमान करने की झूठी बातें पोस्ट की गई थी उसीसे कुछ अन्य बातें भी ट्वीट की गई है जो काफी आपत्तिजनक है। कनिमोझी ने कहा है कि इनमें से कोई भी ट्वीट उनके द्वारा नहीं किया गया है। अधिवक्ता आरजे सेल्वनकल्याणम ने बताया कनिमोझी अपने पिता और द्रमुक सुप्रीमा एम करुणानिधि के अस्वस्थ होने के कारण इन दिनों काफी तनाव में हैं और ट्वीटर का उपयोग नहीं कर रही हैं। अधिवक्ता ने बताया कि किसी व्यक्ति द्वारा ट्वीटर पर कनिमोझी के नाम से फर्जी अकाउंट बना लिया गया है जिससे बार-बार गलत बातें ट्वीट कर उनकी छवि को नुकसान पहुंचाने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने इस शिकायत को स्वीकार कर लिया है और मामले की जांच साइबर अपराध प्रकोष्ठ को अग्रसारित कर दी है। हालांकि अभी तक इस मामले में किसी की भी गिरफ्तारी नहीं हुई है।इसी क्रम में बुधवार को कनिमोझी ने अपने पिता और द्रमुक सुप्रीमो के अस्वस्थ होने के कारण तनाव में आकर २१ कार्यकर्ताओं द्वारा आत्महत्या करने पर दु:ख प्रकट किया। उन्होंने द्रमुक कार्यकर्ताओं से कहा कि यह हम सभी के लिए एक कठिन समय है और हमें निराश होने के बदले अपने आप को मजबूत करने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि उनके द्रमुक अध्यक्ष के स्वास्थ्य में सुधार हो रहा है और कार्यकर्ता निराश होकर या तनाव में आकर ऐसा कोई भी कदम नहीं उठाएं जिससे उन्हें नुकसान हो। द्रमुक सांसद ने कहा है कि कोई भी द्रमुक कार्यकर्ता अपना सिर मुंडाने जैसा अंधविश्वासी कदम नहीं उठाए जिसका हमारे नेता ने कभी समर्थन नहीं किया।