कोलकाता हिंसा पर बोले शाह- अगर सीआरपीएफ न होती तो बचकर नहीं निकल पाता

कोलकाता हिंसा पर बोले शाह- अगर सीआरपीएफ न होती तो बचकर नहीं निकल पाता

भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह प्रेसवार्ता करते हुए।

नई दिल्ली/दक्षिण भारत। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने कोलकाता में रोड शो के दौरान हुए बवाल के बाद बुधवार को प्रेसवार्ता की और पश्चिम बंगाल में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस पर जमकर हमला बोला। शाह ने आरोप लगाया कि रोड शो से तीन घंटे पहले भाजपा के बैनर-पोस्टर हटा दिए गए। प्रधानमंत्री के पोस्टर फाड़े गए, वहीं पुलिस मूक दर्शक बनी रही।

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शाह ने कहा कि मैं इतना कहना चाहता हूं कि अगर सीआरपीएफ न होती तो मेरा वहां से बच निकलना बहुत मुश्किल था। सौभाग्य से ही मैं बचकर आया हूं। हमारे बहुत कार्यकर्ता मारे गए हैं, मुझ पर हमला होना भी स्वाभाविक था। इससे ये तय हो गया है कि तृणमूल कांग्रेस किसी भी हद तक जा सकती है।

शाह ने कहा कि बंगाल में चुनाव आयोग मूक दर्शक बना है। चुनाव आयोग को तुरंत हस्तक्षेप करना चाहिए। मैं पूछना चाहता हूं कि क्यों चुनाव आयोग चुप बैठा है? इन सब के बाद चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार से बंगाल के अंदर हिंसा का तांडव चला है, मीडिया के मित्रों से भी अनुरोध है कि इस पर पूरे देश का ध्यान आकृष्ट करना चाहिए।

शाह ने कहा कि भाजपा शासित 16 के 16 राज्यों में कहीं भी इस प्रकार की घटना नहीं हुई, अन्य राज्यों में भी ऐसी हिंसा नहीं हुई। अकेले तृणमूल कांग्रेस शासित राज्य में ऐसा हो रहा है, लेकिन चुनाव आयोग बंगाल की तरफ ध्यान नहीं दे रहा है।

शाह ने तृणमूल कांग्रेस के लिए कहा कि उसे अपनी हार सामने नजर आ रही है, इसलिए यह पार्टी ऐसा कर रही है। उन्होंने कहा कि छह चरण के चुनाव हो चुके हैं और तृणमूल कांग्रेस हार रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि पंचायत चुनाव में भी सात कार्यकर्ताओं की हत्या कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि रोड शो से पहले ही वहां लगे पोस्टर फाड़ दिए गए। रोड शो शुरू हुआ, जिसमें अभूतपूर्व जनसैलाब उमड़ा, 2.30 घंटे तक शांतिपूर्ण तरीके से रोड शो चला। तीन बार हमले किए गए और तीसरे हमले में तोड़फोड़, आगजनी और बोतल में केरोसिन डालकर हमला किया गया।

शाह ने कहा कि मैंने बंगाल की जनता के आक्रोश को देखा है। जैसी स्थिति वहां ममता दीदी ने बनाई है, उसे जनता स्वीकार नहीं कर सकती। अब बंगाल की जनता ममताजी को हटाने का मन बना चुकी है और मैं पूरी तरह आश्वस्त हूं कि इस बार बंगाल में भाजपा 23 से अधिक सीटें जीतने जा रही है।

शाह ने कहा कि मुझ पर एफआईआर दर्ज की गई है। ममता दीदी आपकी एफआईआर से हम भाजपा वाले नहीं डरते। हमारे 60 से ज्यादा कार्यकर्ताओं की जान आपके गुंडों ने ले ली है। फिर भी हमने अपना अभियान नहीं रोका है। अगर आप ये संदेश देना चाहती हैं कि मुझ पर एफआईआर करके भाजपा के कार्यकर्ता डर जाएंगे, मैं आपको सुनिश्चित करता हूं कि भाजपा का कार्यकर्ता और वहां की जनता सातवें चरण में और भी ज्यादा आक्रोश के साथ आपके खिलाफ मतदान करने जा रहे हैं।

शाह ने कहा कि इस तरह की हिंसा ने साबित कर दिया है कि अब ममता सरकार की उल्‍टी गिनती शुरू हो गई है। तृणमूल कांग्रेस चुनाव हारने जा रही है। उन्होंने कहा कि मैं ममताजी को बताना चाहता हूं कि आप सिर्फ 42 सीटों पर चुनाव लड़ रही हैं और भाजपा देश के सभी राज्यों में चुनाव लड़ रही है। मगर कहीं पर भी हिंसा नहीं हुई, लेकिन बंगाल में हर चरण में हिंसा हुई, इसका साफ़ मतलब है कि हिंसा तृणमूल कांग्रेस कर रही है।

शाह ने कहा कि हार के डर से ममता बनर्जी बौखला गई हैं। पांचवे चरण के बाद ममता को अपनी हार दिखने लगी है। उन्होंने कहा कि सुबह से पूरे कोलकाता में चर्चा थी कि यूनिवर्सिटी के अंदर से आकर कुछ लोग दंगा करेंगे। पुलिस ने कोई जांच नहीं की और न ही किसी को गिरफ्तार करने की कोशिश की गई।

महान समाज सुधारक ईश्वर चंद्र विद्यासागर की प्रतिमा तोड़े जाने पर शाह ने कहा कि जहां प्रतिमा रखी है वो जगह कमरों के अंदर है। कॉलेज बंद हो चुका था, सब लॉक हो चुका था, फिर किसने कमरे खोले? ताला भी नहीं टूटा है, फिर चाबी किसके पास थी? कॉलेज में तृणमूल कांग्रेस का कब्जा है। वोटबैंक की राजनीति के लिए महान शिक्षाशास्त्री की प्रतिमा का तोड़ने का मतलब है कि तृणमूल की उल्टी गिनती शुरू हो गई।

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