धर्मनिरपेक्ष हिन्दू सबसे ज्य़ादा खतरे में : आजाद

धर्मनिरपेक्ष हिन्दू सबसे ज्य़ादा खतरे में : आजाद

नई दिल्ली। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद ने गुरुवार को कहा कि देश में अघोषित आपातकाल लागू है और देश का धर्मनिरपेक्ष हिन्दू सबसे ज़्यादा खतरे में हैं।आजाद ने ’’साझी विरासत बचाओ’’ सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कहा कि धर्मनिरपेक्ष हिन्दू स़डकों पर संघर्ष कर रहे हैं और राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ देश को तो़डने का काम कर रहा है। लोग सहमे हुए हैं कि कही संघ से जु़डे लोग उनके घरों को न जला दें। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने देश को जो़डकर आजादी दिलाई थी जिस तानेबाने को समाप्त किया जा रहा है। सवाल हिन्दू या मुसलमान का नहीं है सवाल साझी विरासत को बचाने का है।उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी से जु़डे लोगों ने भारत छो़डो आन्दोलन में हिस्सा नहीं लिया था और अंग्रेजों का समर्थन किया था आज यही लोग राष्ट्रवादी हो गए हैं और स्वतंत्रता आन्दोलन में शामिल हुए लोग राष्ट्रद्रोही हो गए हैं। उन्होंने कहा कि विपक्ष की बात रखने वाले मीडिया संस्थानों पर ईडी की तलवार लटक रही है और उस पर तरह-तरह के दबाव बनाए जा रहे हैं। उन्होंने सवाल किया कि यह कैसा लोकतंत्र है? उन्होंने कहा कि कांग्रेस के आपातकाल की चर्चा बार-बार की जाती है और पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने इसके लिए माफी भी मांग ली थी लेकिल आज जो स्थिति है वह आपातकाल के बाप जैसा है। उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार के भारतीय जनता पार्टी के साथ जाने के बाद जनता दल यू नेता शरद यादव केन्द्र में मंत्री बनने का लालच दिया गया लेकिन उन्होंने सिद्धांत की ल़डाई ल़डी और मंत्री पद को ठुकरा दिया। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद अनेक नेताओं ने सिद्धान्तों को लेकर कुर्सी और परिवार तक को त्याग दिया लेकिन आज हर कोई मंत्री बनना चाहता है। आजद ने कहा कि यादव असली जनता दल यू के नेता हैं और नीतीश कुमार के नेतृत्व में ’’भाजपा जदयू है। यादव ने भाजपा के साथ जाने के बजाय धर्म निरपेक्ष्ता का रास्ता चुना जो सही निर्णय है।

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