सीसीडी संस्थापक सिद्धार्थ की ख्रुदकुशी के मामले में कारणों की जांच करेगी पुलिस

सीसीडी संस्थापक सिद्धार्थ की ख्रुदकुशी के मामले में कारणों की जांच करेगी पुलिस

मंगलूरु/दक्षिण भारत
कैफे कॉफी डे (सीसीडी) के संस्थापक वी जी सिद्धार्थ की मौत के मामले में अंतिम फॉरेंसिक रिपोर्ट में खुदकुशी की पुष्टि होने के बाद मामले में जांच कर रही नगर पुलिस ने जांच का दूसरा चरण शुरू कर दिया है और आत्महत्या के कारणों का पता लगा रही है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि अधिकारियों का दल पिछले महीने सिद्धार्थ के खुदकुशी करने से पहले लिखे पत्र की जांच कर रहा है जिससे आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के वास्ते सुराग मिल सकते हैं। मंगलूरु के पुलिस आयुक्त पी एस हर्षा ने सोमवार को कहा था कि पुलिस को मिली फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी (एफएसएल) की अंतिम रिपोर्ट में खुदकुशी की पुष्टि हुई है। पुलिस सूत्रों ने कहा कि अधिकारी सिद्धार्थ के पारिवारिक जीवन, कारोबारी लेनदेन, कर्ज, शेयरों और बैंक खातों के बारे में जानकारी एकत्रित कर रहे हैं।
सूत्रों ने कहा कि वे सिद्धार्थ को आयकर और अन्य विभागों द्वारा भेजे गये नोटिसों का भी अध्ययन करेंगे और पता लगाएंगे कि क्या वह आयकर अधिकारियों के दबाव में थे? देश में सीसीडी के नाम से सफल कॉफी चेन चलाने वाले सिद्धार्थ 29 जुलाई की शाम को मंगलूरु में उल्लाल के पास नेत्रावती नदी के पुल से गायब हो गये थे। उन्होंने पुल पर अपनी गाड़ी रोककर ड्राइवर को इंतजार करने को कहा था और वहां से अकेले कहीं चले गये थे। दो दिन बाद उनका शव नदी में मिला था।

Tags:

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download

Latest News

कांग्रेस नेतृत्व ने कहा है कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन के संबंध में कोई बयान न दें: परमेश्वर कांग्रेस नेतृत्व ने कहा है कि कर्नाटक में नेतृत्व परिवर्तन के संबंध में कोई बयान न दें: परमेश्वर
Photo: DrGParameshwara FB Page
बेंगलूरु बायोइनोवेशन सेंटर में लगी आग, मंत्री प्रियांक बोले- 'उद्यमियों की सहायता करेगी सरकार'
संगमम उत्सव के कलाकारों को मुख्यमंत्री स्टालिन ने दी बड़ी सौगात
दिल्ली विधानसभा चुनाव: केजरीवाल आज नामांकन पत्र दाखिल करेंगे
कोहरे के कारण कई उड़ानों में देरी: दिल्ली हवाईअड्डे से कर रहे हैं सफर, जरूर पढ़ें यह खबर
पीओके में आतंकी ढांचे को नष्ट करे पाकिस्तान: राजनाथ सिंह
आईटीआई लि. ने नए क्षेत्रों में रखा कदम, 64 करोड़ रु. के अनुबंध मिले