ट्रंप पर हमले में ईरान का हाथ? जनरल सुलेमानी की हत्या होने के बाद खाई थी यह कसम!

अमेरिकी अधिकारियों को तेहरान द्वारा ट्रंप की हत्या की कथित साजिश के बारे में जानकारी मिली थी

ट्रंप पर हमले में ईरान का हाथ? जनरल सुलेमानी की हत्या होने के बाद खाई थी यह कसम!

Photo: PixaBay

तेहरान/दक्षिण भारत। ईरान ने उन रिपोर्टों का खंडन किया है, जिनमें दावा किया गया कि वह अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की हत्या की साजिश रच रहा है। उसने इस बात पर जोर दिया है कि अमेरिका को तेहरान के शीर्ष जनरलों में से एक की हत्या के लिए जवाब देना होगा।

Dakshin Bharat at Google News
मीडिया रिपोर्टों के अनुसार, अमेरिकी अधिकारियों को तेहरान द्वारा ट्रंप की हत्या की कथित साजिश के बारे में जानकारी मिली थी, जिसके बाद सीक्रेट सर्विस ने पूर्व राष्ट्रपति के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी थी।

इसके बावजूद एक बंदूकधारी को रोका नहीं जा सका, जिसकी बाद में पहचान 20 वर्षीय थॉमस मैथ्यू क्रुक्स के रूप में हुई, जिसने शनिवार को पेंसिल्वेनिया में एक रैली में ट्रम्प पर गोलियां चलाई थीं।

ट्रंप इस हत्या के प्रयास में बाल-बाल बच गए, लेकिन एक व्यक्ति की मौत हो गई और दो अन्य घायल हो गए। हमलावर को ट्रंप के सुरक्षाकर्मियों ने मार गिराया था। रिपोर्टों के अनुसार, इस बात का कोई संकेत नहीं है कि हमलावर किसी भी तरह से कथित ईरानी साजिश से जुड़ा था।

बुधवार को ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता नासिर कनानी ने आरोपों पलटवार करते हुए कहा कि तेहरान 'ट्रंप पर हाल ही में हुए सशस्त्र हमले में किसी भी तरह की संलिप्तता या ईरान की ऐसी कार्रवाई की मंशा के दावों को दृढ़ता से खारिज करता है' और यह भी कहा कि उनका मानना ​​है कि 'ऐसे आरोपों के पीछे दुर्भावनापूर्ण राजनीतिक उद्देश्य और मंशा है।'

साथ ही, कनानी ने कहा कि ईरान साल 2020 में जनरल कासिम सुलेमानी की हत्या के अपराध में उनकी प्रत्यक्ष भूमिका के लिए ट्रंप के खिलाफ कानूनी कार्रवाई करने के लिए दृढ़ है।

बता दें कि सुलेमानी कुद्स फोर्स के कमांडर थे, जो इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स का एक डिवीजन है। यह सैन्य बल गुप्त ऑपरेशन करता है। 

पद पर रहते हुए, ट्रंप ने जोर देकर कहा था कि उन्होंने सुलेमानी को मारने का आदेश दिया था, क्योंकि वे अमेरिकी राजनयिकों और सैन्य कर्मियों पर आसन्न और भयावह हमलों की साजिश रच रहे थे।

वरिष्ठ ईरानी कमांडर के खिलाफ हमले से वॉशिंगटन और तेहरान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण संबंध और अधिक तनावपूर्ण हो गए थे। ईरान ने इस हमले को अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद का कृत्य करार दिया था और बदला लेने की कसम खाई थी।

About The Author

Dakshin Bharat Android App Download
Dakshin Bharat iOS App Download