कांग्रेस सरकार बनाने के लिए विकास पर नहीं, बंटवारे पर भरोसा करती है: मोदी
प्रधानमंत्री ने छत्रपति संभाजीनगर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया
Photo: @BJP4India X account
छत्रपति संभाजीनगर/दक्षिण भारत। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर में भाजपा की चुनावी जनसभा को संबोधित किया। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र का यह चुनाव सिर्फ नई सरकार चुनने का चुनाव नहीं है। इस चुनाव में एक ओर संभाजी महाराज को मानने वाले देशभक्त हैं, दूसरी ओर औरंगजेब का गुणगान करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि पूरा महाराष्ट्र जानता है कि छत्रपति संभाजीनगर को यह नाम देने की मांग बालासाहेब ठाकरे ने उठाई थी। अघाड़ी सरकार की ढाई साल सत्ता रही, लेकिन कांग्रेस के दबाव में इन लोगों की हिम्मत नहीं हुई। जबकि महायुति सरकार ने आते ही इस शहर का नाम छत्रपति संभाजीनगर किया। हमने आपकी इच्छा को पूरा किया। हमने बालासाहेब ठाकरे की इच्छा को पूरा किया।प्रधानमंत्री ने पूछा कि औरंगाबाद को छत्रपति संभाजीनगर बनाने पर सबसे ज्यादा तकलीफ किसे हुई थी? उन्होंने कहा कि इसी कांग्रेस पार्टी को, अघाड़ी वालों को, जिसके पाले-पोसे हुए लोग इस फैसले को पलटने के लिए अदालत तक चले गए थे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र को विकसित भारत के विजन का नेतृत्व करना है। भाजपा और महायुति इसी संकल्प को लेकर काम कर रहे हैं, इसलिए आज महाराष्ट्र में आधुनिक इंफ्रास्ट्रक्चर का निर्माण हो रहा है। आज समृद्धि महामार्ग संभाजी नगर से होकर गुजर रहा है। मराठवाड़ा, विदर्भ और मुंबई से सीधे जुड़ गया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र में विकास के इस महायज्ञ के साथ ही, हमारी सरकार, विरासत का अनुष्ठान भी कर रही है। भगवान विट्ठल के भक्तों की सुविधा के लिए हमने पालकी महामार्ग का निर्माण करवाया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र और मराठवाड़ा के लोग दशकों से मराठी को अभिजात भाषा का दर्जा देने की मांग कर रहे थे। मराठा गौरव से जुड़ा यह काम भी भाजपा ने ही पूरा किया है। अघाड़ी वालों ने महाराष्ट्र की परेशानियों को बढ़ाने के अलावा कोई काम नहीं किया है। मराठवाड़ा में लंबे समय से पानी का संकट रहा है, लेकिन कांग्रेस और अघाड़ी वाले हमेशा हाथ पर हाथ धरे बैठे रहे। हमारी सरकार में पहली बार सूखे के खिलाफ ठोस प्रयास शुरू हुए।
प्रधानमंत्री ने कहा कि ये अघाड़ी वाले आपको बूंद-बूंद पानी के लिए तरसाएंगे। आपसे अनुरोध है कि इन अघाड़ी वालों को घुसने ही मत देना। इसलिए मैं कहता हूं: 'भाजप - महायुति आहे, तर गति आहे, महाराष्ट्राची प्रगति आहे।'
प्रधानमंत्री ने कहा कि महायुति के लिए हमारा किसान अन्नदाता है, विकसित महाराष्ट्र का सबसे मजबूत स्तंभ है। यहां कपास के किसान बहुत बड़ी संख्या में हैं। हमारी सरकार उनकी आय बढ़ाने के लिए भी हरसंभव प्रयास कर रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार बनाने के लिए विकास पर नहीं, बंटवारे पर भरोसा करती है। कांग्रेस दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों को आगे बढ़ने से रोकती है, ताकि सत्ता पर पीढ़ी-दर-पीढ़ी इनका कब्जा बना रहे। इसलिए कांग्रेस शुरू से ही आरक्षण के खिलाफ रही है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इन दिनों इंटरनेट पर पुराने अखबारों की तस्वीरें वायरल हो रही हैं। आरक्षण को लेकर कांग्रेस की असली सोच क्या है, वह उन विज्ञापनों में साफ दिख रही है। कांग्रेस, आरक्षण को देश के खिलाफ और मेरिट के खिलाफ बताती थी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस की मानसिकता और कांग्रेस का एजेंडा अभी भी वही है। इसलिए पिछले 10 वर्षों से ओबीसी समाज का प्रधानमंत्री इन्हें बर्दाश्त ही नहीं हो रहा है। कांग्रेस के शहजादे विदेश में जाकर खुलेआम बयान देते हैं कि वे आरक्षण को खत्म कर देंगे। अब अपने एजेंडे को आगे बढ़ाने के लिए कांग्रेस और अघाड़ी वाले, एससी/एसटी/ओबीसी समाज को छोटी -छोटी जातियों में बांटने का षड्यंत्र रच रहे हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सोच रही है कि ओबीसी जातियों में बंटेगा तो उसकी ताकत कम हो जाएगी और जब समाज की ताकत कम हो जाएगी तो कांग्रेस को बैठे-बैठे ही फायदा मिल जाएगा। यहीं से कांग्रेस सत्ता में वापसी की तलाश कर रही है। अगर कांग्रेस को सरकार में आने का मौका मिला, तो वह एससी/एसटी/ओबीसी का आरक्षण रोक देगी।
प्रधानमंत्री ने कहा कि इसलिए एससी/एसटी/ओबीसी को इन साजिशों का शिकार रहना है। हमें जागरूक रहकर एकता को बल देना है, एकता की ताकत को बढ़ाना है, इसलिए हमें याद रखना है- हम एक हैं तो सेफ हैं।