केसरिया आदिनाथ नूतन मंदिर के द्वार उद्घाटन के साथ हर्षोल्लास से संपन्न हुआ नौ दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव

शुभ मुहूर्त में नूतन जिनालय के द्वार का उद्घाटन किया गया

केसरिया आदिनाथ नूतन मंदिर के द्वार उद्घाटन के साथ हर्षोल्लास से संपन्न हुआ नौ दिवसीय प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव

सत्तरभेदी पूजा, धूप, दीप, अक्षत, फल, नैवेद्य आदि से प्रभु का मनाेहारी पूजन किया गया

बेंगलूरु/दक्षिण भारत। स्थानीय आदिनाथ जैन श्वेताबर मूर्तिपूजक ट्रस्ट, शंकरपुरम द्वारा शंकरपुरम में निर्मित केसरिया आदिनाथजी मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा एवं प्राचीन श्री आदिनाथ प्रतिमा के नाै दिवसीय प्रतिष्ठा महाेत्सव के आख़िरी दिन आचार्यश्री रत्नाकरसूरीश्वरजी, श्रुताेपासकश्री रत्नसंचयसूरीश्वरजी व अरिहंतसागरसूरीश्वरजी आदि की निश्रा में नूतन जिनालय का द्वार उद्घाटन अत्यंत भव्यता और भक्ति भाव संपन्न हुआ। 

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इस भव्य आयाेजन की शुरुआत मंदिर द्वार उद्घाटन के लाभार्थी परिवार के निवास स्थान से शाेभायात्रा के साथ प्रभु के दरबार पधारने से हुई। प्रातः 5:30 बजे शुभ मुहूर्त में नूतन जिनालय के द्वार का उद्घाटन किया गया। इसके उपरांत  सत्तरभेदी पूजा, धूप, दीप, अक्षत, फल, नैवेद्य आदि से प्रभु का मनाेहारी पूजन किया गया। 

प्रतिष्ठा के बाद प्रथम दिन नूतन जिनालय की विशेष सजावट, आकर्षक रंगाेली, रंग-बिरंगी काेरनी, फूलाें और दीपमालाओं से सजावट की गई। प्रतिष्ठा के पश्चात प्रभु के प्रथम दर्शन हेतु भक्ताें से आसपास का क्षेत्र भरा हुआ था। प्रभु  केसरिया आदिनाथ दादा की अनुपम छवि के दर्शन के लिए श्रद्धालुजन उमड़े और प्रभु के जयकाराें से गगन गुंजायमान हाे उठा। 

गुरुदेव द्वारा मंगल मंत्र, भक्तामर स्ताेत्र, नवस्मरण आदि का वाचन से चतुर्विध संघ ने दिव्यता का अनुभव किया।भरत चक्रवर्ती भाेजन मंडप में हजाराें श्रद्धालुओं ने तीनाें समय की नवकारशी का लाभ लिया। प्रतिष्ठा के पूरे आयाेजन की व्यवस्था में केसरिया आदिनाथ युवा मंडल के सदस्याें की विशेष भूमिका रही।
 
प्रतिष्ठा महाेत्सव संयाेजक पारस भंडारी ने युवा मंडल के प्रत्येक सदस्य काे धन्यवाद देते हुए उनके कार्य की सराहना की। भंडारी ने मंडल के प्रत्येक सदस्य का स्वागत करते हुए कहा कि केसरिया आदिनाथ युवा मंडल के सदस्याें ने कल्पेश भाई के मार्गदर्शन में प्रतिष्ठा महाेत्सव की जिम्मेदारियाें का बखूबी निर्वहन किया। 

युवा मंडल ने मंदिर व्यवस्था समिति, वैयावच्च समिति, अतिथि आगमन समिति, मंगल घर समिति जैसी कई समितियाँ बनाकर, हर समिति में आठ-आठ सदस्याें की नियमित ड्यूटी लगाकर उत्कृष्ट सेवा प्रदान की। उन्हाेंने विभिन्न समितियाें के कार्याें का उल्लेख कर सभी काे धन्यवाद दिया। भंडारी ने बताया कि भाेजन समिति के संयाेजक महेंद्र छाजेड़ के नेतृत्व में नाै दिनाें तक सुव्यवस्थित ढंग से राेजाना करीब 25 हजार लाेगाें काे भाेजन करवाया गया जिसकी सभी ने बहुत तारीफ की। 

भाेजन व्यवस्था में महेंद्र छाजे ड़, संदीप खांटेड, अनूप श्रीश्रीमाल, कल्पेश खांटेड की सशक्त टीम ने महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। प्रतिष्ठा महाेत्सव के अवसर पर अखिल भारतीय जैन श्वेतांबर मूर्तिपूजक युवक महासंघ बेंगलूरु के सदस्याें ने प्रथम दिवस के वरघाेड़े एवं वर्षीतप वरघाेड़े दाेनाें ही आयाेजनाें में संपूर्ण व्यवस्था का संयाेजन कर अपने संगठन की एकजुटता का अद्भुत उदाहरण पेश किया। 

राेजाना विभिन्न व्यवस्थाओं में विभिन्न मंडलाें व संघाें काे जाेड़ते हुए महासंघ के अध्यक्ष मनाेज बाफना व उनकी टीम ने आयाेजन व्यवस्थाओं काे अनुशासित रूप दिया। महासंघ के युवाओं की सशक्त टीम ने अपनी सेवाएं दीं जाे सभी बधाई के पात्र है। कार्यक्रम में अंत में सभी सहयाेगी सभा संस्थाओं के प्रति आभार व्यक्त किया गया।

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