राजस्थान: जयपुर से लेकर गांव-ढाणियों में कोरोना से मुकाबले के लिए शंखनाद, खूब बजीं थालियां
राजस्थान: जयपुर से लेकर गांव-ढाणियों में कोरोना से मुकाबले के लिए शंखनाद, खूब बजीं थालियां
जयपुर/भाषा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अपील पर राजधानी जयपुर सहित राजस्थान के सभी शहरों में सुबह सात बजे शुरू हुए जनता कर्फ्यू के दौरान सड़कों पर सन्नाटा पसरा दिखाई दिया। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेशभर में आवश्यक सेवाओं को छोड़कर 22 मार्च से 31 मार्च तक पूरी तरह लॉक डाउन के निर्देश दिए हैं।
इस बीच जयपुर वासियों ने रविवार शाम को घंटी, थाली और ताली बजाकर चिकित्सा और अन्य क्षेत्रों से जुड़े उन सभी कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त किया जो संकट की इस घड़ी में मानवता के प्रति अपने दायित्व को अंजाम दे रहे हैं। राज्यपाल कलराज मिश्र ने भी रविवार को यहां राजभवन के मुख्य भवन के द्वार पर पांच बजे थाली बजाकर कोरोना वायरस से बचाने में लगे हुए स्वास्थ्य, सफाई और सुरक्षा कर्मियों तथा अन्य लोगों के प्रति आभार जताया।राज्यपाल ने पांच मिनट तक थाली बजाई। इस मौके पर राज्य की प्रथम महिला सत्यवती मिश्र ने भी घंटी बजाई और उनके परिजन ने भी थाली और ताली बजाई। घड़ी में जैसे ही पांच बजे, शहरों से लेकर गांव और ढाणियों तक में लोगों ने शंख, घंटी, थाली और ताली बजाकर चिकित्साकर्मियों के प्रति सम्मान व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सुरक्षित रहने के लिए लोगों को घरों में रहने की अपील की। उन्होंने यह भी कहा कि जिन लोगो को घरों में पृथक रहने को कहा गया है उन्हें अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए।
जयपुर की कॉलोनियों में जनता कर्फ्यू से ठीक पहले मास्क लगाए लोग दूध और किराना दुकानों से जरूरी सामान की खरीददारी करते दिखाई दिए। छोटी चौपड़, बडी चौपड़, चांदपोल बाजार, एमआई रोड पर दुकानें बंद रहीं। अत्यावश्यक कार्य से निकलने वाले इक्का-दुक्का लोगों को पुलिसकर्मी समझाते नजर आए कि वे घरों में ही बंद रहें और बाहर न निकलें।
राज्य के अन्य जिलों उदयपुर, भरतपुर, कोटा, जोधपुर, अजमेर, झुंझुनूं, भीलवाड़ा में भी जनता कर्फ्यू का पूरा असर देखने को मिला और लोग अपने घरों में ही रहे। दुकानें और बाजार पूरी तरह बंद रहे। सिनेमाघर, कैफे और रेस्तरां जैसी जगहों को बंद करने के आदेश सरकार ने पहले ही दे दिए थे।
इस बीच उत्तर—पश्चिम रेलवे ने सभी यात्री रेलसेवाओं का संचालन 31 मार्च तक बंद करने का निर्णय लिया है। वहीं राज्य सरकार ने कोरोना के खतरे के मद्देनजर राजस्थान में पूर्ण लॉक डाउन लागू होने के कारण सार्वजनिक परिवहन बसों (रोडवेज व निजी) से राजस्थान में प्रवेश एवं बाहर जाना प्रतिबंधित कर दिया है।