राजौरी में बोले शाह- 3 परिवारों के लिए लोकतंत्र का मतलब सिर्फ पीढ़ियों तक शासन
'पहले जो सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है'
राजौरी/दक्षिण भारत। केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने मंगलवार को राजौरी में जनसभा को संबोधित किया। इससे पहले उन्होंने जम्मू में माता वैष्णो देवी मंदिर में दर्शन किए और पूजा-अर्चना की।
राजौरी की जनसभा में शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में आज की यह रैली, मोदी-मोदी के नारे उन लोगों के लिए जवाब है, जो कहते थे कि अनुच्छेद 370 हटेगा तो जम्मू-कश्मीर में आग लग जाएगी, खून की नदियां बह जाएंगी।शाह ने कहा कि आज नवरात्रि का अंतिम दिन है, माता वैष्णो देवीजी के दर्शन करके खुशहाल कश्मीर का आशीर्वाद मांग कर यहां आया हूं।
सत्तर वर्ष तक जम्मू-कश्मीर पर तीन परिवारों ने राज किया, लोकतंत्र सिर्फ अपने परिवारों में बना दिया था। आप सभी को कभी भी ग्राम पंचायत, तहसील पंचायत, जिला पंचायत का अधिकार मिला था क्या?
तीन परिवारों ने लोकतंत्र का, जम्हूरियत का मतलब सिर्फ पीढ़ियों तक शाासन करना निकाल दिया था।
शाह ने कहा कि देश में सरकार बदली, 2014 से नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बने, तब उन्होंने सबसे पहले जम्मू-कश्मीर में पंचायत के चुनाव कराए। पहले जो सिर्फ तीन परिवार के पास था, आज 30 हजार के पास जम्मू-कश्मीर का शासन आया है।
शाह ने कहा कि अनुच्छेद 370 और 35ए हटने से यहां पिछड़ों को, दलितों को, आदिवासियों को और पहाड़ियों को अपना अधिकार मिलने वाला है।
मोदी ने 5 अगस्त, 2019 को एक महत्वपूर्ण फैसला दिया, जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 और 35ए को उखाड़ कर फेंक दिया। अगर अनुच्छेद 370 और 35ए नहीं हटता तो जम्मू-कश्मीर में ट्राइबल रिजर्वेशन नहीं मिलता।
शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में तीन परिवारों ने भ्रष्टाचार करने में कोई कसर नहीं छोड़ी थी। आज मोदी पूरे जम्मू-कश्मीर के 27 लाख परिवारों को पांच लाख तक का स्वास्थ्य का पूरा खर्च उठा रहे हैं, 70 वर्ष में इन तीन परिवारों ने दिया क्या?
शाह ने कहा कि पहले आए दिन जम्मू-कश्मीर से पथराव के समाचार आते थे। आज पथराव के समाचार नहीं आते हैं। मोदी ने जम्मू-कश्मीर के युवाओं को सशक्त करने का काम किया है।
शाह ने कहा कि आजादी से लेकर 2019 तक पूरे जम्मू-कश्मीर में 15 हजार करोड़ रुपए का औद्योगिक निवेश आया था। साल 2019 से अब तक इन तीन वर्ष में 56 हजार करोड़ रुपए का औद्योगिक निवेश पूरे जम्मू-कश्मीर में आया है।