आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त करने की जरुरत : सिद्दरामैया

आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों को सशक्त करने की जरुरत : सिद्दरामैया

बेंगलूरु। सम्मान के एक अनूठे तरीके में मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को रविवार को एक कार्यक्रम के दौरान एक जीवित, बकरी का मेमना और कांबली (शॉल) भेंट करके सम्मानित किया गया। पैलेस ग्राउंड में आयोजित एक कार्यक्रम में कुरुबरा संघ के सदस्यों ने सिद्दरामैया द्वारा गरीब और दलित लोगों के आर्थिक रूप से उत्थान के लिए दिए गए योगदान हेतु उन्हें एक जीवित मेमना भेंट कर सम्मानित किया। उनके सम्मान के बाद होसदुर्ग यूनिट के कागीनेले के ईश्वरानांदपुरी स्वामीजी ने कहा कि सिद्दरामैया कभी भी धर्म या जाति को विभाजित करने में शामिल नहीं रहे हैं और सिद्दरामैया पर यह आरोप कि वह लिंगायत को एक अलग धर्म के रूप में मान्यता देने का समर्थन कर रहे हैं, वह सच्चाई से दूर है। केपीएससी और अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं में सफलता पाने वाले कुरुबा समुदाय के विद्यार्थियों का सम्मान करने के बाद सिद्दरामैया ने कहा कि वे जाति या धर्म के आधार पर लोगों में फर्क करने में कभी शामिल नहीं रहे हैं। मेरे लिए गरीब लोग किसी विशेष धर्म या जाति से संबंधित नहीं हैं। सिद्दरामैया ने कहा कि आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लोग चाहे किसी भी धर्म या जाति से संबंधित हों, हमें ऐसे लोगों को सशक्त करने के लिए अपना हाथ ब़ढाना होगा और उन्हें आर्थिक रूप से मजबूत बनाना होगा। सिद्दरामैया ने कहा कि शिक्षा वह हथियार है जिससे कोई भी सशक्त हो सकता है और हासिये की श्रेणी के लोगों को बेहतर शिक्षा उपलब्ध कराए जाने की जरुरत है। उन्हांेने सम्मान कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा कि यह समारोह शिक्षा के क्षेत्र में आगे ब़ढने और चमकने के लिए अन्य बच्चों को प्रोत्साहित करेगा। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बी एस येड्डीयुरप्पा पर ’’झूठा’’ होने का आरोप लगाते हुए येड्डीयुरप्पा के उन आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया कि राज्य सरकार ने डीएसपी एम के गणपति की आत्महत्या से संबंधित साक्ष्यों के साथ छे़डछा़ड की थी। रविवार को संवाददाताओं से बात करते हुए सिद्दरामैया ने कहा कि येड्डीयुप्पा कभी सच नहीं बोलते। वे हमेशा झूठ बोलते हैं। उन्होंने सवालिया लहजे में कहा कि क्या मैं येड्डीयुरप्पा की उन सभी बातों पर प्रतिक्रिया दूं जो उन्होंने आज तक कही हैं? गौरतलब है कि येड्डीयुरप्पा ने हाल ही में कहा था कि गणपति आत्महत्या में साक्ष्यों को मिटाने की नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए मुख्यमंत्री सिद्दरामैया को पद से इस्तीफा दे देना चाहिए। येड्डीयुरप्पा ने मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग की थी।येड्डीयुरप्पा के आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए सिद्दरामैया ने सवाल किया कि भाजपा कैसे सीबीआई जांच की मांग कर सकती है जब गणपति आत्महत्या का मामला सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट में लंबित है?

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