रविशंकर प्रसाद का बयान गैरजिम्मेदाराना : सिद्दरामैया
रविशंकर प्रसाद का बयान गैरजिम्मेदाराना : सिद्दरामैया
मैसूर। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने रविवार को केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद के उस बयान की निंदा की जिसमें प्रसाद ने आरोप लगाया था कि पत्रकार गौरी लंकेश को पुलिस सुरक्षा मुहैया कराने मंे राज्य सरकार विफल रही। संवाददाताओं से बात करते हुए सिद्दरामैया ने कहा कि प्रसाद का यह बयान बेहद गैरजिम्मेदाराना है क्यांेकि गौरी लंकेश ने कभी भी राज्य सरकार से अपनी सुरक्षा की गुहार नहीं लगाई थी। रविशंकर ने कहा था कि राज्य सरकार को पता था कि गौरी को खतरा है लेकिन उसके बाद उन्हें सुरक्षा मुहैया नहीं कराई गई। सिद्दरामैया ने कहा कि रविशंकर प्रसाद देश के कानून मंत्री हैं लेकिन उनका यह बयान बेहद जिम्मेदाराना है। सिद्दरामैया ने कहा कि यदि गौरी लंकेश ने सुरक्षा की मांग की होती तो सरकार जरुर उन्हें सुरक्षा मुहैया कराती। उन्होंने कहा कि अगर कोई सुरक्षा मांगता है, तो हम उसे सुरक्षा उपलब्ध कराएंगे लेकिन किसी को इसकी उम्मीद नहीं थी कि गौरी की हत्या हो जाएगी। सिद्दरामैया ने कहा कि गौरी ने कभी नहीं कहा था कि उन्हें जान से मारने की धमकियां मिली हैं और ना ही उन्होंने अपनी सुरक्षा की मांग की थी। उन्होंने कहा कि गौरी लंकेश बहुत अच्छी इंसान थी और वह किसी से नफरत नहीं करती थी, यहां तक कि वह अपने विरोधियों से भी बात करती थी। एक सवाल पर सिद्दरामैया ने कहा कि महाराष्ट्र और कर्नाटक पुलिस दोनों आपसी समन्वय के साथ तर्कसंगतवादी एम. एम. कलबुर्गी, नरेंद्र दाभोलकर और गोविंद पानसरे के हत्याओं से संबंधित मामलों की जांच को आगे बढा रहे हैं। कलबुर्गी के हत्यारों तक पहुंचने में पुलिस की देरी पर सिद्दरामैया ने कहा कि ऐसा नहीं है कि कलबुर्गी हत्याकांड की जांच आगे नहीं बढ रही है। पुलिस हमलावरों का पता लगाने में सही दिशा में बढ रही है लेकिन वह अभी तक सबूत इकट्ठा नहीं कर पाई है। उन्होंने भरोसा जताया कि जल्द ही कलबुर्गी के हत्यारे भी पुलिस की गिरफ्त में होंगे और गौरी लंकेश हत्याकांड की जांच कर रही एसआईटी भी हमलावरों को गिरफ्तार कर लेगी।