सरकार बचाने के लिए शशिकला परिवार से हो रही है बातचीत?
सरकार बचाने के लिए शशिकला परिवार से हो रही है बातचीत?
चेन्नई। अखिल भारतीय अन्ना द्रवि़ड मुनेत्र कषगम (अन्नाद्रमुक) के १८ विधायकों को राज्य विधानसभा अध्यक्ष द्वारा अयोग्य करार दिए जाने के आदेश को मद्रास उच्च न्यायालय में चुनौती दी गई है। इस मामले में मद्रास उच्च न्यायालय द्वारा विधायकों को अयोग्य करने वाले आदेश को निरस्त किए जाने की उम्मीद की जा रही है। यदि ऐसा होता है तो राज्य की सत्तारुढ अन्नाद्रमुक सरकार गिर सकती है। अन्नाद्रमुक पार्टी के समन्वयक और राज्य के उप मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम तथा पार्टी के उप समन्वयक और राज्य के मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम इस स्थिति से निपटने की तैयारी में जुटे हुए हैं। मीडिया के एक वर्ग में इस प्रकार की खबरें आ रही हैं कि पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी कथित तौर पर सरकार बचाने के लिए एक बार फिर से शशिकला परिवार से बातचीत कर रहे हैं। सूत्रों के हवाले से मीडिया में आ रही खबरों के अनुसार पन्नीरसेल्वम और पलानीस्वामी के कुछ विश्वास पात्र कांेगु क्षेत्र के मंत्री जनवरी के पहले सप्ताह से ही शशिकला के भाई दिवाहरण और उनके परिवार के अन्य सदस्यों के संपर्क में हैं और सरकार बचाने के लिए उन्हें वापस अन्नाद्रमुक में लाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। सूत्रों के अनुसार इस कार्य में लगे नेताओं को इस बात की पूरी उम्मीद है कि वह मन्नारगुडी ध़डे से बातचीत करने और आपसी सहमति बनाने में सफल होंगे। इसके लिए सिर्फ एक शर्त है कि शशिकला परिवार को दिनाकरण को किनारे करना होगा। हालांकि शशिकला परिवार के लोग आपसी विवाद के बाद भी दिनाकरण को अलग-थलग करने के लिए तैयार नहीं है। ऐसा कहा जा रहा है कि बंेंगलूरु की परपन्ना अग्रहारम जेल में बंद शशिकला भी दिनाकरण को किनारे करने के पक्ष में नहीं है। पार्टी के सूत्रों के हवाले से आ रही खबरों के अनुसार सत्तारुढ ध़डे ने पिछले वर्ष सितम्बर महीने में पार्टी की सामान्य परिषद की बैठक में भी दिनाकरण को आमंत्रित किया था लेकिन दिनाकरण इस बैठक में नहीं आए। दिनाकरण पक्ष को इस बात का पूरा विश्वास है कि अन्नाद्रमुक के कार्यकर्ताओं की एक ब़डी संख्या उनके साथ है। हाल ही मंे संपन्न हुए आरके नगर विधानसभा उपचुनाव में भी ब़डी संख्या में कार्यकर्ताओं ने दिनाकरण को जीत दिलाने के लिए कार्य किया था और यही कारण रहा कि आरके नगर में दिनाकरण पहले स्थान पर रहे और सत्तारुढ अन्नाद्रमुक दूसरे और मुख्य विपक्षी पार्टी द्रवि़ड मुनेत्र कषगम(द्रमुक) को तीसरे स्थान से संतोष करना प़डा।शशिकला परिवार से सरकार बचाने के लिए बातचीत करने वाले नेताओं द्वारा कथित तौर पर शशिकला के साथ ही पार्टी से निष्काषित कर दिए गए उनके परिवार के सभी सदस्यों को पार्टी में शामिल करने के साथ ही दो प्रमुख पदों की भी पेशकश की गई थी। हालांकि शशिकला परिवार इसके लिए राजी नहीं हुआ। शशिकला परिवार की ओर से यह मांग रखी गई है कि यदि पन्नीरसेल्वम उप मुख्यमंत्री और पलानीस्वामी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देते हैं तो ही वह अन्नाद्रमुक में वापसी करेंगे लेकिन पलानीस्वामी मुख्यमंत्री का पद छो़डने के लिए तैयार नहीं हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि दिनाकरण धीरे-धीरे पार्टी के अंदर अपने कद को बढाते जा रहे हैं और इससे अन्नाद्रमुक के वरिष्ठ नेताओं की रातों की नींद उ़डी हुई है और दिनाकरण समर्थकों कार्यकर्ताओं को बाहर का रास्ता दिखाया जा रहा है।