कर्नाटक बंद आज, शांति की अपील
कर्नाटक बंद आज, शांति की अपील
बेंगलूरु। अंतरराज्यीय महादयी नदी जल विवाद के समाधान के लिए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के हस्तक्षेप की मांग को लेकर कन्ऩड संगठनांे के २५ जनवरी के कर्नाटक बंद के कारण राज्य में आम जन जीवन प्रभावित हो सकता है। बंद का नेतृत्व कर रहे कन्ऩड कार्यकर्ता वाटाल नागराज का दावा है कि बंद को राज्य के सैंक़डों संगठनांे का समर्थन है जिसमें व्यापारिक, सांस्कृतिक, सामाजिक, सरकारी और निजी क्षेत्र के संगठन शामिल हैं। इस बीच बंद के कारण कई निजी स्कूलों ने २५ जनवरी को छुट्टी की घोषणा कर दी है जबकि बेंगलूरु विश्वविद्यालय ने अपनी परीक्षाएं स्थगित कर दी हैं और २५ जनवरी की परीक्षा को ६ फरवरी को करने का निर्णय लिया है। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया ने शांतिपूर्ण बंद की अपील की है। उन्होंने कहा, कन्ऩड संगठनों के आह्वान पर आयोजित २५ जनवरी के बंद को लेकर मैं राज्य की जनता से अपील करता हूं कि बंद के दौरान शांति बनाए रखें और किसी प्रकार से कानून एवं व्यवस्था के लिए बाधा उत्पन्न न करें। उन्होंने कहा कि बंद के दौरान शांति भंग करने की कोशिश करने वालों के खिलाफ पुलिस सख्त कार्रवाई करेगी। उन्होंने उन आरोपों का खंडन किया कि बंद को राज्य सरकार का समर्थन है। बंद को देखते हुए पुलिस सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए हैं। अकेले बेंगलूरु की सुरक्षा के लिए १५ हजार से ज्यादा पुलिसकर्मियों को तैनात किया जाएगा। पुलिस आयुक्त टी.सुनील कुमार ने कहा कि बंद के दौरान पुलिस चाक चौबंद सुरक्षा मुहैया कराएगी। किसी को भी जबरन बाजार, दुकान बंद कराने नहीं दिया जाएगा। अगर शांति एवं कानून-व्यवस्था भंग करने की कोशिश की जाएगी या सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाया जाता है तो पुलिस ऐसे शरारती तत्वों के खिलाफ सख्ती से पेश आएगी। बंद को देखते हुए उत्तर कर्नाटक के जिलों पर विशेष नजर है। विशेषकर हुब्बल्ली-धारवा़ड में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती की गई है क्योंकि पिछले ९०० दिनों से अधिक समय से महादयी को लेकर किसानों का वहां विरोध प्रदर्शन हो रहा है। द्धैंख्र फ्ष्ठ झ्श्नद्नय्यप्त्र ब्ह्द्मष्ठ प्य्यर् फ्ैंद्नय्यप्त्र फ्ष्ठप्य्ॅैंशिक्षण संस्थान ः कई निजी शिक्षण संस्थानों ने बंद को देखते हुए २५ जनवरी को छुट्टी की घोषणा कर दी है। हालांकि सरकारी शिक्षण संस्थानों के लिए कहा गया है कि संबंधित जिलों के उपायुक्तों को यह निर्णय करना है कि उनके क्षेत्राधिकार में सरकारी स्कूलों में छुट्टी रहेगी या नहीं। यानी राज्य के अलग अलग जिलों में भिन्न स्थितियां रह सकती हैं। सार्वजनिक परिवहन ः रेल सेवाओं पर बंद का असर नहीं होने की संभावना है। हालांकि सार्वजनिक स़डक परिवहन निगमों ने कहा है कि वे बंद को अपना समर्थन नहीं कर रहे हैं। बावजूद इसके उत्तर कर्नाटक के कुछ कर्मचारी संगठनों ने बंद को समर्थन करने की बात कही है। ऐसे में संभव है कि उत्तर कर्नाटक में बस सेवाएं प्रभावित हों। वहीं कर्नाटक पथ परिवहन निगम (केएसआरटीसी) और बेंगलूरु महानगर परिवहन निगम (बीएमटीसी) ने कहा है कि अगर बंद के दौरान शांति व्यवस्था भंग नहीं होगी तब बस सेवाएं संचालित होंगी लेकिन अगर बसों पर पत्थरबाजी हुई या आगजनी की घटना हुई तो यात्रियों और कर्मचारियों की सुरक्षा को देखते हुए बंद सेवाएं रोकी जा सकती हैं। नम्मा मेट्रो ः नम्मा मेट्रो प्रबंधन ने बेंगलूरु में मेट्रो सेवाएं सामान्य रूप से रखने का निर्णय लिया है लेकिन अगर सुरक्षा कारणों से बाधा उत्पन्न हुई तो मेट्रो सेवाएं रोकी जा सकती हैं।कैब सर्विस ः ओला और उबर जैसी टैक्सी सर्विसों ने बंद को अपना समर्थन नहीं दिया है लेकिन यह बंद के दिन की स्थिति को देखते हुए निर्णय लिया जाएगा कि सेवाएं संचालित करनी हैं या नहीं।ऑटो रिक्शा सेवा ः ऑटोरिक्शा ड्राइवर्स एसोसिएशन ने बंद को अपना समर्थन दिया है, इसलिए गुरुवार को बेंगलूरु की स़डकों पर ऑटोरिक्शा का परिचालन नहीं होगा। सरकारी कार्यालय ः कर्नाटक राज्य सरकारी कर्मचारी एसोसिएशन ने बंद को समर्थन दिया है और गुरुवार को अधिकांश सरकारी कार्यालयों के बंद रहने की संभावना है। पेट्रोल पम्प ः पेट्रोल पम्प एसोसिएशन ने कहा है कि वह किसानों के आंदोलन के समर्थन में है लेकिन कर्नाटक बंद में शामिल नहीं है। इसलिए राज्य भर में पेट्रोल पम्प खुले रहेंगे। हालांकि अगर स्थिति तनावपूर्ण हुई तो पेट्रोल पम्प मालिक अपने स्तर से बंद करने का निर्णय ले सकते हैं। फिल्म इंडस्ट्री ः कर्नाटक फिल्म चेम्बर ऑफ कॉमर्स ने बंद को समर्थन दिया है। फिल्म चेम्बर के अध्यक्ष सा रा गोविंदु ने कहा कि गुरुवार को पूरे दिन फिल्मों की शूटिंग बंद रहेगी। वहीं सिनेमाघरों का भी बंद को समर्थन है और अधिकांश थियेटरों के बंद रहने की उम्मीद है। बाजार और मॉल ः बंद के कारण बाजारों के बंद रहने की संभावना है क्योंकि कुछ व्यापारिक संगठनों का भी बंद को समर्थन है। इसके अतिरिक्त सुरक्षा कारणों से दुकानदार अपनी मर्जी से प्रतिष्ठान बंद रख सकते हैं। इसी प्रकार मॉल भी बंद रहेंगे।