बेंगलूरु: ज्योति कलश यात्रा का शहर में हुआ भव्य स्वागत
कुडलु गेट के गायत्री चेतना केन्द्र में हुए अनेक कार्यक्रम
कलश यात्रा का श्रद्धा और उत्साह के साथ स्वागत किया गया
बेंगलूरु/दक्षिण भारत। गायत्री परिवार के गुरुदेव पंडित श्रीराम शर्मा आचार्यजी और माता भगवतीदेवी शर्मा जी के सूक्ष्म संरक्षण में दिव्य शक्तियों से ओत-प्रोत ज्योति कलश शांतिकुंज गुरुधाम की संचालिका शैल जीजी द्वारा पूजन—अर्चन करके बेंगलूरु गायत्री परिवार कर्नाटक राज्य के प्रतिनिधि शेखर चतुर्वेदी एवं रीता रजक को प्रदान किया गया, जिसका मुख्य उद्देश्य विश्व वसुधा पर जन-जन-घर-घर तक पहुंचाना, उन्हें इस दिव्य चेतना से जोड़ना एवं तमसो मा ज्योतिर्गमय के पथ पर सभी को अग्रसर करना है।
यह दिव्य ज्योति कलश माताजी के जन्म शताब्दी के 100 वर्ष पूर्ण होने और गुरुदेव द्वारा वर्ष 1926 में अपने गुरु श्री सर्वेश्वरानंदजी के मार्गदर्शन में अखंड दीप प्रज्वलित करने के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में ज्योति कलश यात्रा का आयोजन किया गया है।अखिल विश्व गायत्री परिवार बेंगलूरु इकाई द्वारा कलश यात्रा का स्वागत गायत्री चेतना केंद्र, कुडलु गेट के पास गुरुवार को किया गया। शहर में ज्योति कलश यात्रा का श्रद्धा और उत्साह के साथ स्वागत किया गया।
यात्रा की शुरुआत गणेश मंदिर में विधिवत पूजा-अर्चना से हुई। गायत्री परिवार के सदस्यों और श्रद्धालुओं ने पारंपरिक रीति-रिवाजों के साथ कलश को सजाकर भव्य शोभायात्रा निकाली। यात्रा का समापन गायत्री चेतना केन्द्र पर हुआ, जहां भजन-संध्या, सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और आध्यात्मिक प्रवचन का आयोजन किया गया। वरिष्ठ सदस्यों ने यात्रा के महत्त्व को रेखांकित करते हुए एकता, सद्भाव और मानवता के मूल्यों को सशक्त करने का संदेश दिया।