पांच साल मुख्यमंत्री पद पर रहने के रिकॉर्ड के करीब सिद्दरामैया
पांच साल मुख्यमंत्री पद पर रहने के रिकॉर्ड के करीब सिद्दरामैया
बेंगलूरु। मुख्यमंत्री सिद्दरामैया कर्नाटक में मुख्यमंत्री पद पर पूरे पांच साल का कार्यकाल पूर्ण करने का एक नया इतिहास बनाने के बेहद करीब पहुंच चुके हैं। पिछले करीब चालीस वर्ष में यह पहला मौका है जब राज्य में कोई मुख्यमंत्री पूरे पांच साल तक मुख्यमंत्री पद पर रहेंगी। राज्य में करीब पांच महीने बाद विधानसभा चुनाव होने हैं और सिद्दरामैया के मुख्यमंत्री पद से हटने की कोई संभावना नहीं दिख रही है। इस प्रकार डी. देवराज अर्स, जो वर्ष १९७२ से १९७७ तक लगातार पांच वर्ष तक मुख्यमंत्री पद पर रहे थे, के बाद सिद्दरामैया दूसरे मुख्यमंत्री होंगे जो अपना कार्यकाल पूर्ण करेंगे। अर्स भी जब दूसरी बार वर्ष-१९७८ में मुख्यमंत्री बने तब वे सिर्फ दो वर्ष ही मुख्यमंत्री रह सके थे। वर्ष-१९७८ से अब तक राज्य ने १९ सरकारें देखीं लेकिन कोई भी मुख्यमंत्री पूरे पांच वर्ष तक पद पर नहीं रह पाया। एस एम कृष्णा वर्ष १९९९ से २००४ के बीच मुख्यमंत्री रहे लेकिन उन्होंने पांच महीने पूर्व ही विधानसभा चुनाव में जाने का फैसला लिया था जिस वजह से वे साढे चार वर्ष तक ही मुख्यमंत्री रहे। वहीं वर्ष-२००४ से वर्ष-२०१३ के बीच राज्य ने पांच मुख्यमंत्री देखे। वहीं वर्ष-१९७८ के बाद से राज्य में चार बार राष्ट्रपति शासन लगा। संयोग से वर्ष-२०१३ मंे विधानसभा चुनाव तक कांग्रेस में मुख्यमंत्री पद के लिए सिद्दरामैया के अतिरिक्त प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जी. परमेश्वर प्रबल दावेदार माने जा रहे थे लेकिन परमेश्वर को चुनाव में हार का सामना करना प़डा और वे मुख्यमंत्री पद की दौ़ड से बाहर हो गए। बाद में पिछले साढे चार वर्ष के दौरान कई बार ऐसा लगा कि सिद्दरामैया को मुख्यमंत्री पद से हटाने के लिए कांग्रेस में भीतरखाने की खींचतान चल रही है लेकिन सिद्दरामैया ने सभी प्रकार की चुनौतियों का न सिर्फ सामना किया बल्कि पार्टी संगठन, सरकार और दिल्ली में कांग्रेस हाई कमान से भी सामंजस्य बनाकर वे मुख्यमंत्री पद पर बने रहे। यहां तक कि अब एक बार फिर से विधानसभा चुनाव की दहलीज पर ख़डे कर्नाटक में कांग्रेस सिद्दरामैया के नेतृत्व में ही चुनाव में उतरने की तैयारी में है।