कार्यकाल पूरा करने से पहले ही बिखर जाएगी गठबंधन सरकार : जगदीश शेट्टर
कार्यकाल पूरा करने से पहले ही बिखर जाएगी गठबंधन सरकार : जगदीश शेट्टर
हुब्बल्ली/दक्षिण भारतमुख्यमंत्री एचडी कुमारस्वामी के शपथ ग्रहण के एक दिन बाद गुरुवार को पूर्व मुख्यमंत्री वरिष्ठ भाजपा नेता जगदीश शेट्टर ने दावा किया है कि कांग्रेस और जनता दल (एस) के गठबंधन वाली सरकार अधिक समय तक सत्ता में टिक नहीं सकेगी। यह गठबंधन अपना पांच वर्ष का कार्यकाल पूरा करने से पहले ही बिखर जाएगा। उन्होंने आज यहां पत्रकारों से बातचीत में कहा कि कांग्रेस पूरे समय तक चुपचाप नहीं बैठेगी। १२ मई को हुए चुनाव के बाद यह पार्टी राज्य विधानसभा में अपना संख्याबल खो चुकी है। जहां पहले इसके पास १२२ विधायकों की फौज हुआ करती थी, वहीं इस वर्ष चुनाव में इसे सिर्फ ७८ सीटें ही मिल सकी हैं्। जनता दल (एस) से मुख्यमंत्री की कुर्सी छीनने के लिए कांग्रेस हर संभव प्रयास करेगी। उन्होंने आरोप लगाया कि दरअसल कांग्रेस और जनता दल (एस) का मौजूदा सियासी गठजो़ड मौकापरस्त राजनीति का साफ उदाहरण है। यह गठबंधन सिर्फ और सिर्फ भाजपा को सत्ता से दूर रखने की अपवित्र मंशा के तहत बना है, जबकि भाजपा ने चुनाव में १०४ सीटों पर कब्जा किया है। शेट्टर ने कहा, ’’यह सुविधा की शादी है और इसके पीछे राज्य के विकास की राजनीतिक इच्छाशक्ति कतई नहीं है। यह लोकतंत्र की हत्या है।’’उन्होंने कहा कि २२४ सीटों वाली विधानसभा में मात्र ३७ विधायकों वाली पार्टी का सरकार की अगुवाई करना लोकतंत्र का मखौल उ़डाने वाली बात है। जिस दिन कुमारस्वामी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री पद की शपथ ली, उस दिन से राज्य के लोकतंत्र पर एक काली छाया मंडराने लगी है। उन्होंने याद किया कि कुमारस्वामी के पिता एचडी देवेगौ़डा अपने सिर्फ १७ सांसदों के दम पर देश के प्रधानमंत्री बन गए थे। उनके बेटे की सरकार भी अधिक समय तक नहीं चल सकेगी। यह काफी कम समय में ही सत्ता से बाहर होगी। इसके साथ ही शेट्टर ने दावा किया कि कुमारस्वामी की गति भी उनके पिता की सरकार जैसी ही होगी। विधानसभा में विपक्ष के पूर्व नेता शेट्टर ने कांग्रेस के खिलाफ आरोप दागते हुए कहा कि जिस प्रकार से इस पार्टी ने अपने विधायकों को एक होटल में कैद रखा, उन्हें अपने परिजनों से मिलने तक से रोका गया, वह विधायकों के अपहरण के सिवा कुछ और नहीं माना जा सकता। उन्होंने कहा, ’’यह एक अनैतिक कृत्य था। होटल के कमरों में कैद कांग्रेसी विधायकों को दैनिक राजनीतिक घटनाक्रमों के बारे में भी कोई जानकारी नहीं दी रही थी। अब उन्हें वास्तविक राजनीतिक स्थिति की जानकारी मिल रही है। जल्द ही इन विधायकों का अपनी पार्टियों से मोहभंग होगा।’’ उन्हेांने पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री सिद्दरामैया की अगुवाई वाली सरकार ने कर्नाटक को कर्ज के भंवर में फंसा दिया है। राज्य पर २ लाख करो़ड रुपए से अधिक कर्ज का बोझ है। इस हालत में नए मुख्यमंत्री के लिए न तो तत्काल किसानों का कर्ज माफ करना संभव हो सकेगा और न ही आनेवाले दिनों में वह इस प्रकार का कदम उठा सकेंगे। शेट्टर ने इसके साथ ही मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को चुनौती दी कि अगर उनमें हिम्मत हो तो वह तत्काल किसानों के फसल ऋण माफ करने की घोषणा करें्। गौरतलब है कि जनता दल (एस) ने अपने चुनाव घोषणापत्र में अपनी सरकार बनते ही राज्य के किसानों के सभी कर्ज तुरंत प्रभाव से माफ करने का वादा किया है। चूंकि वह अपने दम पर सरकार नहीं बना सकी और उसे कांग्रेस के साथ सत्ता में भागीदारी करनी प़ड रही है, इसलिए यह वादा निभाना मुख्यमंत्री कुमारस्वामी को नामुमकिन लगने लगा है। जनता दल (एस) को किसानों का ऋण माफ करने की घोषणा से पहले कांग्रेस की अनुमति लेनी होगी क्योंकि विधायकों की संख्या के मामले में कांग्रेस जनता दल (एस) से ब़डी पार्टी बनकर उभरी है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष और लोकसभा सांसद प्रह्लाद जोशी ने भी अपनी टिप्पणी में जनता दल (एस) द्वारा किसानों का कर्ज माफ किए जाने की घोषणा पर संदेह जताया। उन्होंने कहा, ’’अगर मुख्यमंत्री अपनी पार्टी के चुनाव घोषणापत्र में किया गया वादा नहीं निभा पाते हैं तो इससे यह समझा जाएगा कि इसका इरादा सिर्फ येन-केन-प्रकारेण राज्य की सत्ता हथियाना भर था।’’