दपरे: आरपीएफ ने कई अभियानों में सराहनीय उपलब्धियां हासिल कीं
अप्रैल में 22 बच्चों को बचाया
ऑपरेशन 'उपलब्ध' के तहत लाखों रु. मूल्य के टिकट जब्त किए
हुब्बली/दक्षिण भारत। रेलवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) ने रेलवे संपत्ति, यात्री क्षेत्रों और यात्रियों की सुरक्षा के लिए कई कदम उठाए हैं। यात्रियों को सुरक्षित और आरामदेह अनुभव देने के लिए बल चौबीसों घंटे काम कर रहा है।
इस साल अप्रैल में आरपीएफ ने अपने कई अभियानों के तहत कुछ सराहनीय उपलब्धियां हासिल की हैं। बल ने मिशन 'नन्हे फरिश्ते' के तहत देखभाल और सुरक्षा की आवश्यकता वाले 22 बच्चों (18 लड़कों, 04 लड़कियों) को उनके परिवारों से मिलाने में महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाई। ये बच्चे विभिन्न कारणों से अपने परिवारों से अलग हो गए थे।ऑपरेशन मेरी सहेली के तहत आरपीएफ एकल/अकेली महिला यात्रियों की सीट/बर्थ संख्या एकत्र करती है और उन्हें रास्ते में उनकी सुरक्षा के लिए संबंधित स्टेशनों पर तैनात आरपीएफ कर्मियों के साथ साझा करती है। यात्रियों से फीडबैक लिया जाता है।
'मेरी सहेली' सदस्यों द्वारा महिला यात्रियों को ऑटो रिक्शा, बस सेवा, बुजुर्ग और जरूरतमंद यात्रियों को सामान ले जाने में भी मदद की जाती है।
दलालों के खिलाफ लड़ाई और आम यात्रियों को रेलवे आरक्षण टिकट प्राप्त करने में सुविधा उपलब्ध कराने और रेलवे टिकटों की कालाबाजारी को रोकने के लिए, पूरे कर्नाटक और गोवा में विशेष अभियान चलाए गए।
23 मामलों में, 24 दलालों को गिरफ्तार किया गया और रेलवे अधिनियम की धारा 143 के तहत मुकदमा चलाया गया, जिसमें 2,88,515 रुपए मूल्य के 94 लाइव आरक्षित टिकट, 10,79,371 रुपए मूल्य के 751 प्रयुक्त टिकट जब्त किए गए।
छह अवसरों पर, 03 अपराधियों की गिरफ्तारी के साथ 49,90,500 रुपए मूल्य का 50.885 किलोग्राम गांजा जब्त किया गया और आगामी कानूनी कार्रवाई के लिए वाणिज्यिक कर/आबकारी विभाग को सौंप दिया गया।
37 बार, यात्रियों द्वारा छोड़े हुए सामान, जैसे लैपटॉप, मोबाइल, सोने/चांदी के गहने और अन्य व्यक्तिगत सामान, जिनकी कुल कीमत 10,61,990 रुपए है, बरामद किए गए और यात्रियों को सौंप दिए गए।
आरपीएफ रेल यात्रियों के खिलाफ होने वाले अपराधों को रोकने और उनका पता लगाने में पुलिस के प्रयासों में सहायता करता है। आरपीएफ ने अप्रैल में यात्रियों के खिलाफ अपराध में शामिल 03 अपराधियों को गिरफ्तार किया, उन्हें संबंधित जीआरपी/पुलिस को सौंपा और यात्रियों से चुराए गए 4,77,000 रुपए मूल्य के 106 ग्राम सोने के गहने बरामद किए। यही नहीं, 70,000 रुपए मूल्य के चार मोबाइल फोन यात्रियों को सौंपे गए।
42 मौकों पर बरामद लावारिस 961 शराब की बोतलें जब्त की गईं और आगामी कार्रवाई के लिए आबकारी विभाग को सौंपी गईं। आरपी (यूपी) अधिनियम 1966 के प्रावधानों के तहत 06 मामले दर्ज किए गए और 16 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। बल ने 2,18,467 रुपए की चोरी की गई संपत्ति में से 2,15,667 रुपए की रेलवे संपत्ति बरामद की।
रेलवे अधिनियम की विभिन्न धाराओं के तहत 2,602 मामले दर्ज किए गए और 2,574 अपराधियों को गिरफ्तार किया गया। इसके साथ ही 4,19,300 रुपए का जुर्माना वसूला गया।
महाप्रबंधक अरविंद श्रीवास्तव ने आरपीएफ कर्मियों का आभार व्यक्त किया।