तुष्टिकरण की राजनीति के कारण नागरिकता कानून का विरोध कर रहे गहलोत: पूनिया
तुष्टिकरण की राजनीति के कारण नागरिकता कानून का विरोध कर रहे गहलोत: पूनिया
जयपुर/भाषा। भारतीय जनता पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने सोमवार को आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत तुष्टिकरण की राजनीति के चलते नागरिकता कानून का विरोध कर रहे हैं तथा कांग्रेस देशवासियों और राजस्थान में पुनर्वास का इंतजार कर रहे नागरिकों के सामने बेनकाब हो गई है।
कांग्रेस सरकार के विरुद्ध जयपुर के गांधी सर्किल पर धरना प्रदर्शन कर रहे पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए पूनिया ने कहा कि मंगलवार को कांग्रेस सरकार का एक वर्ष पूरा होने जा रहा है और सरकार जश्न मनाने की तैयारी कर रही है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत एक साल को बेमिसाल कहते हैं और हम कहते हैं एक साल में राजस्थान बदहाल हुआ है।उन्होंने कहा कि आमतौर पर तीन या चार साल में किसी सरकार के खिलाफ सत्ता विरोधी रुझान आता है। राज्य के किसानों और बेरोजगार युवाओं सहित जिन मुद्दों को लेकर यह सरकार काबिज हुई थी, वह उन सब मुद्दों पर विफल रही है।
उन्होंने कहा कि यह कोई जनमत और जनादेश की सरकार नहीं है, यह सरकार जुगाड़ की सरकार है जो निर्दलीय और बसपा के पाए पर टिकी है। भाजपा की ओर से सोमवार को जिला स्तर पर गांधीजी और आंबेडकर की प्रतिमाओं के सामने धरने प्रदर्शन का आयोजन किया गया है।
उन्होंने कहा कि तमाम भारतवंशी जो विदेशों में विस्थापित की तरह या भारत में भी शरणार्थी की तरह रह रहे थे, उनका हक था नागरिकता। आज उनके घरों के दीये रोशन हुए हैं और उन्हें लगता है कि उनको भारत में सम्मान और इज्जत की जिंदगी जीने को मिलेगी। उस बात से भी कांग्रेस केवल तुष्टिकरण और वोट बैंक के कारण अगर असहमत होती है तो यह शर्मनाक बात है। उन्होंने कर्जमाफी व युवाओं को बेरोजगारी भत्ते को लेकर भी राज्य सरकार पर निशाना साधा।