कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर मोइली की टिप्पणी बिल्कुल सही : देवेगौड़ा
कांग्रेस के भ्रष्टाचार पर मोइली की टिप्पणी बिल्कुल सही : देवेगौड़ा
हासन। पूर्व प्रधानमंत्री और जनता दल (एस) के राष्ट्रीय अध्यक्ष एचडी देवेगौ़डा ने दावा किया कि पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री एम वीरप्पा मोइली द्वारा अपने ट्विटर हैंडल पर कांग्रेस पार्टी के खिलाफ धन की राजनीति करने के आरोप को सही ठहराया है। हालांकि मोइली ने आज इस ट्विटर पोस्ट पर अपना स्पष्टीकरण देते हुए इससे अपना कोई नाता नहीं होने की बात कहने के साथ ही यह टिप्प्णी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से हटा भी दी लेकिन तब तक राज्य की सियासत में उबाल आ चुका था। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बीएस येड्डीयुरप्पा ने तत्काल इस पर टिप्पणी करते हुए कहा कि इससे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा मुख्यमंत्री सिद्दरामैया की सरकार पर लगाए गए १० प्रतिशत कमीशन की सरकार चलाने का आरोप सही साबित होता है। जिस समय दो महीने के फासले पर राज्य विधानसभा चुनाव ख़डा हो, उस समय देवेगौ़डा भला इसका लाभ लेने से कैसे पीछे रहते? आज यहां पत्रकारों से बातचीत में देवेगौ़डा ने कहा कि मोइली ने जो कुछ भी कहा है, वह सिद्दरामैया की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार के भ्रष्टाचार के हिमाचल का एक सिरा भर है। वहीं, आंध्र प्रदेश में सत्तासीन तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) द्वारा केंद्र में सत्तासीन भाजपा की अगुवाई वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाता तो़डने और केंद्र सरकार के खिलाफ संसद में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिए जाने के मामले में भी देवेगौ़डा ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यह नया मुद्दा है लेकिन तय है कि आंध्र प्रदेश को विशेष राज्य का दर्जा देने से इन्कार कर भाजपा ने अपने गठबंधन में शरीक तेदेपा के साथ धोखा किया है। हाल के कुछ घटनाक्रमों का हवाला देेते हुए देवेगौ़डा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता अब ढलान पर आ गई है। वहीं, पत्रकारों के एक प्रश्न के उत्तर में देवेगौ़डा ने कहा कि वह कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) के गठन के मुद्दे पर अगली सर्वदलीय बैठक में हिस्सा लेंगे। इस मुद्दे पर उनका पक्ष पूरी तरह से स्पष्ट है कि सीएमबी का किसी भी हालत में गठन नहीं किया जाना चाहिए। इस बारे में उन्होंने केंद्र सरकार को एक पत्र भी लिखा है। वहीं, राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए पूर्व प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस समय राज्य विधानसभा चुनाव सिर्फ डे़ढ माह के फासले पर ख़डा है, उस समय विभिन्न विकास कार्यक्रमों की घोषणा करने से यह सरकार अपनी विश्वसनीयता खो चुकी है। यह मात्र चुनावी स्टंटबाजी है।