तमिलनाडु को बनाएंगे देश की खेल राजधानी: उधयनिधि
तमिलनाडु मंत्रिपरिषद के 35वें सदस्य बने उधयनिधि स्टालिन
राज्यपाल ने दिलाई पद और गोपनीयता की शपथ
चेन्नई/दक्षिण भारत। राजभवन में आयोजित समारोह में चेपॉक-ट्रिप्लिकेन विधायक उधयनिधि स्टालिन बुधवार को तमिलनाडु मंत्रिपरिषद के 35वें सदस्य बन गए। राज्यपाल आरएन रवि ने उन्हें पद और गोपनीयता की शपथ दिलाई।
उधयनिधि को युवा कल्याण, खेल विकास, विशेष कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग और गरीबी उन्मूलन कार्यक्रम और ग्रामीण ऋणग्रस्तता विभाग आवंटित किया गया है।शपथ ग्रहण समारोह सुबह 9.30 बजे मनोनीत मंत्री उधयनिधि स्टालिन को मुख्यमंत्री द्वारा राज्यपाल से मिलवाने के साथ शुरू हुआ। इसके बाद मुख्य सचिव ने राज्यपाल से अनुमति मांगी।
राज्यपाल के प्रधान सचिव आनंद पाटिल ने शपथ पत्र सौंपा, जिसके बाद उधयनिधि ने 'अंतरात्मा के नाम' पर शपथ ली।
प्रेसवार्ता में क्या बोले?
मंत्री बनने के बाद अपनी पहली प्रेसवार्ता में उदयनिधि स्टालिन ने कहा कि शुरुआत में जब उन्हें पार्टी का यूथ विंग सचिव नियुक्त किया गया था, तब आलोचनाएं हुई थीं और जब वे विधायक चुने गए थे और अब भी आलोचनाएं जारी हैं।
उदयनिधि ने कहा कि उनकी योजना तमिलनाडु को भारत की खेल राजधानी बनाने की है। खेल मंत्री ने यह भी कहा कि वे अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप हर निर्वाचन क्षेत्र में मिनी स्टेडियम विकसित करने की दिशा में काम करेंगे।
उन्होंने कहा कि मामन्नन मेरी आखिरी फिल्म होगी। जब से मैं मंत्री बना हूं, कमल हासन के साथ साइन की गई फिल्म का हिस्सा नहीं बन सका। वे पहले व्यक्ति थे, जिन्होंने मुझे मंत्री बनने की शुभकामना दी।
उन्होंने ट्वीट किया कि वे मुख्यमंत्री स्टालिन के नेतृत्व में सामाजिक न्याय योजनाओं को लागू करेंगे और तमिल लोगों के अधिकारों की रक्षा करेंगे।
राज्यपाल के कार्यालय से निकलने के बाद उदयनिधि पूर्व मुख्यमंत्रियों सीएन अन्नादुराई और दादा एम करुणानिधि के स्मारकों पर गए, जहां उन्होंने नेताओं को नमन किया।
सचिवालय का दौरा किया
स्मारक से लौटने के बाद, उदयनिधि ने सचिवालय का दौरा किया और मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। स्मारक से आने के बाद उदयनिधि ने सचिवालय का दौरा किया और मंत्री के रूप में पदभार ग्रहण किया। जल संसाधन मंत्री दुरईमुरुगन सबसे वरिष्ठ मंत्री होने के नाते उधयनिधि को कुर्सी तक ले गए और केएन नेहरू ने हस्ताक्षर करने के लिए कलम दी।
तीन आदेश जारी
कार्यभार संभालने पर उदयनिधि ने तीन आदेश — नौ खिलाड़ियों को 3,000 रुपए से 6,000 रुपए प्रति माह तक पेंशन दी जाए; मुख्यमंत्री ट्रॉफी खेलों में सिलंबट्टम और कबड्डी को शामिल किया जाए; हाल में पेरू में आयोजित निशानेबाजी प्रतियोगिता में रजत पदक जीतने वाली कोयंबटूर की निशानेबाज निवेदिता को 4 लाख रुपए का चेक दिया जाए — जारी किए।
यह रहा फिल्मी सफर
अभिनेता से राजनेता बने उधयनिधि ने अपनी फिल्म 'ओके-ओके' से प्रसिद्धि पाई और फिर 2019 में द्रमुक के यूथ विंग सचिव की नियुक्ति के साथ पूर्णकालिक राजनेता बन गए। हालांकि उधयनिधि कभी-कभी फिल्मों में आते रहे, लेकिन अब उन्होंने मंत्री के रूप में पदोन्नति के बाद फिल्मी करियर समाप्त करने का फैसला किया है।
किसके पास कौनसा मंत्रालय?
युवा कल्याण और खेल विकास विभाग के अलावा, जो पहले पर्यावरण और जलवायु परिवर्तन मंत्री शिव वी मेयनाथन के पास था, उधयनिधि को विशेष कार्यक्रम कार्यान्वयन विभाग के अतिरिक्त कार्य सौंपे गए हैं, जो पहले मुख्यमंत्री एमके स्टालिन और गरीबी उन्मूलन विभाग के पास थे।
पूर्व सहकारिता मंत्री आई पेरियासामी को ग्रामीण विकास मंत्रालय दिया गया और पेरियाकरुप्पन को सहकारिता मंत्री बनाया गया। इसी तरह, मंत्रियों में रामचंद्रन और एम मथिवेंथन के बीच मंत्रालय का आदान-प्रदान हुआ। रामचंद्रन अब पर्यटन मंत्री और मथिवेंथन वन मंत्री हैं।
चेन्नई मेट्रोपॉलिटन डेवलपमेंट अथॉरिटी, जो पहले आवास मंत्री एस मुथुसामी के पास थी, को एचआर एवं सीई मंत्री पीके सेकर बाबू को दिया गया है। खादी और ग्रामोद्योग बोर्ड का विभाग जो हथकरघा मंत्री आर गांधी के पास था, अब पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री आरएस राजा कन्नप्पन को स्थानांतरित कर दिया गया है। टीम उदयनिधि में तीन अनुभवी आईएएस अधिकारी हैं।